भिलाई: मेडिकल साइंस में दिन पर दिन हो रही रिसर्च का चमत्कारिक परिणाम जिले में देखने को मिल रहा है। शनिवार को भिलाई के डॉक्टरों ने महिला के ब्रेन से 900 ग्राम का ट्यूमर निकाल जान बचाई है। इसके साथ ही पुरुष को टाइटेनियम का जबड़ा लगाकर नई जिंदगी भी दी है। पहले इस तरह की जटिल सर्जरी के लिए जिले के मरीजों को रायपुर के अलावा देश के बड़े शहरों में जाना होता था। ऐस इसलिए क्योंकि मेडिकल साइंस में हो रहे नए रिसर्च से जुड़ी सुविधाएं वहीं के डॉक्टर देते थे। लेकिन अब हर रिसर्च को यहां के डॉक्टर समझ रहे हैं। उनसे जुड़ी सुविधाएं भी मिलने लगी है।
ब्लैक फंगस की वजह से संतोष कुमार की जिंदगी नरक हो गई थी। क्योंकि बीमारी की वजह से आधा गल गए ऊपरी जबड़े को डॉक्टरों ने एक साल पहले काटकर निकाल दिया था। दो दिन हाईटेक अस्पताल के डॉक्टरों ने आधे बचे ऊपरी जबड़े को निकाला और उसकी जगह टाइटेनियम धातु से बना जबड़ा लगा दिया। यह सर्जरी मैक्सोफेशियल सर्जन डॉ राजदीप सिंह की टीम ने की। उन्होंने बताया कि टाइटेनियम धातु का जबड़ा लगने से संतोष को नई जिंदगी मिल गई। कुछ दिनों में वह पहले की तरह बात-चीत व खाना खा सकता है।
29 वर्षीय महिला की जान पर बन आई थी, अब पूरी तरह स्वस्थ
चलते-फिरते एक तरफ गिरने को समान्य नहीं मानने से 29 वर्षीय महिला की जान बच गई। शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने इस महिला का सीटी स्कैन कराया तो ब्रेन के अंदर करीब 900 ग्राम का ट्यूमर निकला। परिजन देरी किए होते तो आगे यह ट्यूमर कैंसर में परिवर्तित हो जाता। वह भी दिमाग के हिस्से को इस कदर जकड़े था कि न्यूरो सर्जन डॉ. आदर्श त्रिवेदी की टीम को उसे बाहर निकालने में 5 घंटे लगे। डॉ. त्रिवेदी ने बताया कि परिजनों की सक्रियता से महिला को गंभीर बीमारी से छुटकारा मिल गया।