रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्कूलों में वैलेंटाइन डे के दिन परिजनों की पूजा की गई। शिक्षा विभाग ने आदेश मुताबिक सभी सरकारी स्कूल में मां सरस्वती की पूजा के साथ मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया। बच्चों में उत्साह नजर आया। वहीं, पेरेंट्स ने सरकार के इस पहल की तारीफ की।
रायपुर के शांति नगर स्थित पी जी उमाठे गवर्नमेंट इंग्लिश मीडियम स्कूल और जे एन पांडे गवर्नमेंट स्कूल में छात्र अपने अभिभावकों के साथ पहुंचे थे। पहले सभी ने सरस्वती पूजा की, फिर बच्चे अपने परिजनों को तिलक लगाया और आरती कर उनका आशीर्वाद लिया।
परिजन मोना जादवानी ने कहा कि मातृ-पितृ दिवस की शुरुआत की गई। यह एक अच्छी पहल है। बच्चों को स्कूल में इस बारे में सिखाया जा रहा है। ऐसा करने से बच्चों को अच्छे संस्कार भी मिलेंगे और वह घर में भी अपने माता-पिता के साथ अच्छा व्यवहार करेंगे।
माता-पिता को तिलक लगाते हुए छात्र।
माता-पिता के आज्ञा का पालन करना चाहिए
पी जी उमाठे गवर्नमेंट इंग्लिश मीडियम स्कूल की प्रिंसिपल विद्या सक्सेना ने बताया कि आज का दिन हमारे स्कूल के लिए बहुत खास रहा। पहले मां सरस्वती की पूजा की। भगवान के बाद जो हमारे दूसरे माता-पिता होते हैं। बच्चों के द्वारा आरती और तिलक किया गया और उनकी वंदना की गई।
यह बहुत अच्छा कार्य बच्चे धीरे-धीरे अपनी संस्कृति और सभ्यता को भूलते जा रहे थे। हम उन्हें उसे याद दिलाने का काम करते है कि माता पिता ही असली भगवान है और उनके आज्ञा का पालन करते हुए बच्चे अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं।
पी जी उमाठे गवर्नमेंट इंग्लिश मीडियम स्कूल में बच्चो ने मनाया मातृ-पितृ दिवस।
मुख्यमंत्री ने की थी घोषणा
जशपुर में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हर साल छत्तीसगढ़ में 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप मनाने की घोषणा की थी। वे कुनकुरी विकासखंड के ग्राम कंडोरा में 11 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
सीएम के घोषणा के बाद स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से संचालक लोक शिक्षण और सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र में कहा गया है कि, मां सरस्वती के पूजन के साथ-साथ इस दिन शाला परिसरों में विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ मातृ-पितृ पूजन का आयोजन किए जाए।
देखिए स्कूल में मनाए गए बसंत पंचमी और मातृ-पितृ दिवस की तस्वीरें…
जे एन पांडे गवर्नमेंट में मातृ-पितृ दिवस मनाते बच्चे।
मां सरस्वती की पूजा करते छात्र।
(Bureau Chief, Korba)