Thursday, September 25, 2025

नई दिल्ली: कॉलेज के पूर्व चीफ स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर यौन शोषण का आरोप, 17 छात्राएं बोलीं- अश्लील मैसेज भेजे, जबरन छूता था; फैकल्टी कहती थी- उसकी बात मानो

नई दिल्ली: दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के पूर्व चीफ स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर 17 स्टूडेंट्स से यौन शोषण के आरोपों का बुधवार को खुलासा हुआ।

छात्राएं इंस्टीट्यूट में EWS स्कॉलरशिप के तहत PGDM (पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट) कर रही हैं। चैतन्यानंद पर उनसे गंदी बातें करने, अश्लील मैसेज भेजने और जबरन छूने का आरोप है।

चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ ​​पार्थ सारथी के खिलाफ 4 अगस्त को वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई थी। तब वह इंस्टीट्यूट का प्रमुख था। उसे 9 अगस्त को पद से हटाकर निष्कासित किया गया था।

FIR दर्ज होने के बाद से चैतन्यानंद फरार है। पुलिस को यूपी के आगरा में उसकी लोकेशन मिली है। दिल्ली पुलिस ने शारदा इंस्टीट्यूट के बेसमेंट से चैतन्यानंद की एक वॉल्वो कार जब्त की है।

छात्राओं ने दावा किया कि इंस्टीट्यूट में काम करने वाले वार्डन ने उन्हें आरोपियों से मिलाया था।

छात्राओं ने दावा किया कि इंस्टीट्यूट में काम करने वाले वार्डन ने उन्हें आरोपियों से मिलाया था।

कार पर यूनाइटेड नेशन (UN) की नंबर प्लेट लगी थी। आमतौर पर ऐसे नंबर राजनयिकों को जारी किए जाते हैं। पुलिस ने बताया कि चैतन्यानंद को यह नंबर UN से जारी नहीं हुआ था। उसने खुद ही लिखवाया था।

दिल्ली स्थित शारदा इंस्टीट्यूट कर्नाटक के श्रृंगेरी स्थित दक्षिणाम्नॉय श्री शारदा पीठ की शाखा है। पीठ ने पूरे मामले पर बयान जारी कर कहा कि स्वामी चैतन्यानंद का आचरण और गतिविधियां अवैध और पीठ के हितों के खिलाफ हैं, इसलिए पीठ का उससे कोई संबंध नहीं है।

छात्राएं बोलीं- वार्डन ने उन्हें चैतन्यानंद से मिलवाया था

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, मठ और उसकी संपत्तियों के एडमिनिस्ट्रेटर पी.ए. मुरली ने चैतन्यानंद के खिलाफ 4 अगस्त को शिकायत की थी। पूछताछ के दौरान 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए गए।

इनमें से 17 ने चैतन्यानंद पर यौन शोषण के आरोप लगाए। छात्राओं ने दावा किया कि इंस्टीट्यूट में काम करने वाले वार्डन ने उन्हें आरोपी से मिलवाया था।

पीड़ितों ने बताया कि महिला फैकल्टी और कर्मचारी उन पर आरोपी की बातें मानने का दबाव डालती थीं।

पुलिस ने चैतन्यानंद के ठिकानों पर छापेमारी की

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में BNS की धारा 75(2)/79/351(2) के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की। CCTV फुटेज की जांच के बाद आरोपी के ठिकानों पर छापेमारी की गई।

इस दौरान श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के बेसमेंट में एक वॉल्वो कार खड़ी मिली। पता चला कि फर्जी राजनयिक नंबर प्लेट 39 UN 1 वाली कार स्वामी चैतन्यानंद इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस ने कार जब्त कर ली।

आरोप सामने आने के बाद इंस्टीट्यूट प्रशासन ने उसे पद से हटाकर निष्कासित कर दिया।

आरोप सामने आने के बाद इंस्टीट्यूट प्रशासन ने उसे पद से हटाकर निष्कासित कर दिया।

आरोपी के खिलाफ पहले से आपराधिक मामले दर्ज

स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2009 में उसके खिलाफ दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का एक मामला दर्ज किया गया था।

2016 में वसंत कुंज में एक महिला ने उसके खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था। हालांकि चैतन्यानंद के निजी जीवन से जुड़ी ज्यादा जानकारी अभी सामने नहीं आई है।



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