न्यूयॉर्क: पाकिस्तान ने भारत पर नाम बिगाड़ने का आरोप लगाया है और टेररिस्तान कहने पर नाराजगी जताई है।
दरअसल, UN में रविवार को भारत-पाकिस्तान के राजनयिक एक-दूसरे को जवाब दे रहे थे। इस दौरान भारतीय राजनयिक रेन्ताला श्रीनिवास ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उसे ‘टेररिस्तान’ कहा।
इस पर नाराजगी जताते हुए पाकिस्तानी राजनयिक मोहम्मद राशिद ने कहा,
यह बेहद अफसोसजनक है कि भारत इतना गिर गया है कि एक देश के नाम तक को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है। यह पूरे राष्ट्र का अपमान है। यह भारत की हताशा और अपरिपक्वता को दिखाता है।
राशिद ने आरोप लगाया कि भारत खुद आतंकवाद को बढ़ावा देता है और उसकी खुफिया एजेंसियां पड़ोसी देशों को अस्थिर करने में शामिल हैं।
जयशंकर के भाषण को लेकर शुरू हुई बहस
भारतीय और पाकिस्तानी राजनयिक के बीच बहस की शुरुआत विदेश मंत्री जयशंकर के भाषण को लेकर हुई।
जयशंकर ने 27 सितंबर को UN में दिए अपने भाषण में पाकिस्तान का नाम लिए बिना कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवाद का सेंटर कहा था। उन्होंने कहा पाकिस्तान में आतंकियों की तारीफ की जाती है।
इस पर PAK राजनयिक राशिद ने जवाब देते हुए कहा कि यह पाकिस्तान को बदनाम करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में 90,000 से ज्यादा जानें गंवाई हैं। पाकिस्तान खुद आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई है।
इस पर पलटवार करते हुए श्रीनिवास ने कहा,
पाकिस्तान की पहचान खुद उसके कामों से होती है। दुनियाभर में फैले आतंकवाद में उसकी छाप साफ दिखाई देती है। वह अपने पड़ोसियों ही नहीं, पूरी दुनिया के लिए खतरा है। कोई भी तर्क या झूठ कभी भी टेररिस्तान के अपराधों को छुपा नहीं सकता

राशिद के बयान के बाद श्रीनिवास ने वॉक-आउट कर दिया और वे कुर्सी छोड़कर चले गए।
जयशंकर ने UN में पहलगाम हमले का जिक्र किया
जयशंकर ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा कि ये क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म का सबसे हालिया उदाहरण है। उन्होंने इसे क्रूर आतंकी हमला बताया।
जयशंकर ने कहा कि भारत ने आतंकवाद से अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार का इस्तेमाल किया है और आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की। उन्होंने कहा- आतंकी ढांचों का खत्म होना जरूरी है। आतंकियों से लड़ाई हमेशा से भारत की प्राथमिकता रही है।
उन्होंने बताया कि आतंक के अड्डे बड़े पैमाने पर काम कर रहे हैं, आतंकवादियों का खुलेआम गुणगान किया जाता है, आतंकवाद की फंडिंग को रोकी जानी चाहिए। जयशंकर ने अपने भाषण में इंडिया की जगह भारत शब्द का इस्तेमाल किया।

(Bureau Chief, Korba)