रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी से लगे चंदखुरी में विदेशी कलाकारों का जमावड़ा लगा। लाइट, कैमरा, एक्शन के माहौल के बीच ग्रामीण इलाके में विदेशी फिल्म की शूटिंग पूरी की गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार गौरव द्विवेदी ने बताया न्यूजीलैंड से आए विदेशी कलाकारों ने स्थानीय लोगों, बच्चों कलाकारों के साथ खूब मस्ती की।
फिल्म की एक्ट्रेस ने बच्चों संग की मस्ती।
चंदखुरी में कौशल्या माता मंदिर के सामने शूटिंग के दौरान बीच-बीच में डांस भी किया करते थे। छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया यह कहकर स्थानीय लोगों के साथ जमकर मजे भी किए ।
लाइन प्रोड्यूसर अमित जैन ने स्थानीय स्तर पर तकनीकी काम संभाला
3- 4 दिनों के शेड्यूल के बाद अब यह टीम चंदखुरी से न्यूजीलैंड के लिए रवाना हो चुकी है। फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली गई है। फिल्म के लाइन प्रोड्यूसर अमित जैन ने बताया कि फिल्म भारतीयों के मददगार होने की आदत पर बेस्ड है। फिल्म की कहानी में भारतीय लोगों की ऐसी ही आदत को दिखाया गया है।
चंदखुरी के कौशल्या माता मंदिर का मेन गेट जहां पर लगाया गया सेट।
इन हिस्सों में शूट हुई मूवी
न्यूजीलैंड की यह शॉर्ट फिल्म रायपुर से लगे चंदखुरी कौशल्या मंदिर कैंपस में शूट की गई । बाहरी हिस्से में टीम ने अपना सेट लगाया था । इसके अलावा आरंग के बस स्टॉप और कुछ ग्रामीण हिस्सों में शॉट फिल्म के सीन शूट किए गए हैं।
आरंग के बस स्टॉप और कुछ ग्रामीण हिस्सों में भी हुई फिल्म की शूटिंग।
विदेशी हीरोइन का देसी लुक
फिल्म के कलाकार जॉर्ज मैसन, फोनिक्स कुनौली को छत्तीसगढ़िया देसी अंदाज काफी पसंद आया । शूट के दौरान वक्त निकालकर यह सभी इंडियन गानों पर डांस किया करते थे।
विदेशी हीरोइन को छत्तीसगढ़ का देसी अंदाज खूब भाया, साड़ी पहनी हुई आईं नजर।
फिल्म की हीरोइन को साड़ी पहनना बहुत पसंद था, स्थानीय कलाकार के घर जाकर इन विदेशी कलाकारों ने खाना भी खाया और साड़ी पहनने के बाद विदेशी हीरोइन का देसी लुक देखने को मिला। इन कलाकारों ने स्थानीय भोजन दाल चावल चटनी का मजा भी लिया।
फिल्म शूट के दौरान चर्चा करते हुए टीएम के लोग।
पसंद आई छत्तीसगढ़ की लोकेशन
कुछ महीने पहले फिल्म के डायरेक्टर प्रोड्यूसर विलियम और इंडिया इंचार्ज आशीष शाह रायपुर के चंदखुरी कौशल्या मंदिर कैंपस को देखा था। फिल्म की कहानी के हिसाब से चंदखुरी के दृश्य सटीक बैठे। टीम ने यहीं शूटिंग करने का फैसला किया।
फिल्म में 2 विदेशियों को भारतीय बस में सफर करते दिखाया गया है जहां एक बूढ़ी औरत उनकी मदद करके उनके भारतीयों के प्रति सोच को बदल देती हैं। इसी घटना के इर्द-गिर्द इस शॉर्ट फिल्म की कहानी घूमती है जो भारतीयों के विदेशियों के प्रति मददगार होने की कहानी कहती है।