Monday, August 4, 2025

पाकिस्तान: कराची जेल से कैदियों के बाद हेड कॉन्स्टेबल के फरार होने की खबर, उनपर कैदियों को भागने में मदद करने का आरोप लगा, IG समेत 23 अधिकारी सस्पेंड

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कराची के मालिर जेल से 2 जून की रात को 216 कैदी फरार हो गए थे। अब इस जेल के हेड कॉन्स्टेबल राशिद चिंगारी के फरार होने की खबर आ रही है। दरअसल, उनपर कैदियों को भागने में मदद करने का आरोप लगा है।

पाकिस्तानी वेबसाइट ARY न्यूज के मुताबिक सिंध सरकार ने तुंरत उनकी गिरफ्तारी का आदेश दे दिया है। पाकिस्तानी जेल मंत्री अली हसन जरदारी खुद इस मामले को देख रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 126 कैदी वापस लौट आए हैं, जबकि 90 कैदी अब भी फरार हैं।

शुरुआती जांच में पता चला कि जेल के अंदर ही कुछ अधिकारी कैदियों की मदद कर रहे थे। राशिद चिंगारी का नाम पहले सस्पेंड किए गए 23 जेल कर्मचारियों की सूची में नहीं था, लेकिन बाद की जांच में उनका नाम सामने आया है।

जेल मंत्री ने इसमें शामिल पाए जाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने कहा- इसमें शामिल अधिकारियों का पद कुछ भी हो कार्रवाई पर इससे फर्क नही पड़ेगा।

कैदियों के भागने की 3 तस्वीरें देखें…

मलिर जेल के बाहर कैदियों की तलाश में पहुंचे पुलिसकर्मियों की तस्वीर।

मलिर जेल के बाहर कैदियों की तलाश में पहुंचे पुलिसकर्मियों की तस्वीर।

फरार कैदियों को पकड़े जाने के बाद पुलिस ने उनकी एक साथ परेड कराई।

फरार कैदियों को पकड़े जाने के बाद पुलिस ने उनकी एक साथ परेड कराई।

पकड़े एक फरार कैदी ने बताया कि भूकंप की खबर सुनने के बाद सब लोग भाग रहे थे, इसलिए वो भी भाग गया।

पकड़े एक फरार कैदी ने बताया कि भूकंप की खबर सुनने के बाद सब लोग भाग रहे थे, इसलिए वो भी भाग गया।

सिंध सरकार बोली- कैदी खुद लौट आए, नरमी बरती जाएगी

जेल से भागने की इस घटना को कराची के इतिहास की सबसे बड़ी सुरक्षा चूक माना जा रहा है। यही वजह है कि जेल विभाग के आईजी, डीआईजी और मालिर जेल के सुपरिटेंडेंट को भी निलंबित कर दिया गया है।

सिंध सरकार ने कहा था कि अगर कोई कैदी 24 घंटे के भीतर खुद लौट आता है, तो उसके साथ थोड़ी नरमी बरती जाएगी। लेकिन जो नहीं लौटेगा, उसे जेल तोड़ने के अपराध में 7 साल की अतिरिक्त सजा दी जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि जेल में सीसीटीवी कैमरों का न होना जांच में बाधा बन रही है।

हादसे में एक कैदी की मौत, 4 सुरक्षाकर्मी घायल

घटना में एक कैदी की मौत की खबर है। वहीं, 4 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। गृह मंत्री ने माना कि प्रशासनिक लापरवाही भी इस घटना का कारण हो सकती है।

मुख्यमंत्री मुराद अली शाह को पूरी जानकारी दे दी गई है। उन्होंने गृह मंत्री को जेल जाकर हालात की निगरानी करने के निर्देश दिए।

सिंध के राज्यपाल कामरान टेसोरी ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए गृह मंत्री और IG सिंध पुलिस से सभी कैदियों को जल्द गिरफ्तार करने को कहा।

गृह मंत्री लांजार ने बताया कि हर फरार कैदी की पहचान और रिकॉर्ड उपलब्ध है। उनके घरों और आसपास के इलाकों में छापेमारी जारी है।

जेल मंत्री ने कहा कि लापरवाह अफसरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा के लिहाज से चैक पोस्ट्स और निगरानी सख्ती बरती जा रही है।

कराची की मलिर जेल के इसी गेट से कैदी फरार हुए थे।

कराची की मलिर जेल के इसी गेट से कैदी फरार हुए थे।

पिछले साल PoK की जेल से 19 कैदी फरार हुए थे

पिछले साल जुलाई में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) की रावलकोट जेल से 19 कैदी फरार हो गए थे। इनमें से 6 को मौत की सजा सुनाई गई थी। घटना पुंछ के रावलकोट जेल की है, जो मुजफ्फराबाद से करीब 110 किमी दूर है। रविवार दोपहर करीब 2:30 बजे एक कैदी ने पहरेदार से उसकी लस्सी बैरक तक लाने के लिए कहा था।

जब पहरेदार लस्सी देने पहुंचा, तब कैदी ने बंदूक तानकर उसे दबोच लिया और उसकी चाबियां छीन लीं। इसके बाद कैदी ने बाकी बैरक का ताला भी खोल दिया था। फिर सभी कैदी मेन गेट की तरफ भागे। इस दौरान पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक कैदी की मौत हो गई थी।

पाकिस्तान में इससे पहले भी कई बार आतंकियों के जेल तोड़कर भागने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 2012 में पाकिस्तान के बन्नू शहर में 400 कैदी जेल से फरार हो गए थे।


                              Hot this week

                              रायपुर : तिरिया में प्राकृतिक पर्यटन और आजीविका संवर्धन का नया मॉडल

                              रायपुर: बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर से लगे ग्राम तिरिया...

                              Related Articles

                              Popular Categories

                              spot_imgspot_img