नई दिल्ली: पाकिस्तान जिन चाइनीज हथियारों के दम पर हुंकार भर रहा था, झड़प शुरू होते ही उनमें से ज्यादातर नाकाम साबित हो रहे हैं। 7 मई को भारत ने एयरस्ट्राइक की, तो उसके एयर डिफेंस सिस्टम को भनक तक नहीं लगी। अगले दिन उसने ड्रोन, मिसाइल और जेट से भारत के 15 ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन सब बेकार साबित हुआ।
1. PL-15E मिसाइल का पहला इस्तेमाल ही नाकाम
ये मिसाइल चीन से पाकिस्तान को मिली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 8 मई को पाकिस्तान ने भारत पर PL-15E मिसाइल दागी, जो हवा में ही नष्ट कर दी गई। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान ने शॉर्ट रेंज या क्रूज मिसाइल्स का इस्तेमाल किया है। पंजाब के होशियारपुर जिले के दसूहा गांव में एक क्रूज मिसाइल का मलबा मिला है, जिस पर PL-15E लिखा हुआ है।
2. भारत ने मार गिराए CH-4 ड्रोन
पाकिस्तान के पास शाहपर-2, बराक, अबाबील और चीन से मिले विंग लूंग-II और CH-4 जैसे ताकतवर ड्रोन हैं। इनमें से सबसे ताकतवर CH-4 माना जाता था। CH-4 ड्रोन को चीन की चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन यानी CASC ने बनाया।
2021 में पाकिस्तान ने चीन से 5 CH-4 ड्रोन खरीदे थे। मई 2024 में करीब 202 करोड़ रुपए के 10 और ड्रोन खरीदे गए। यह दुश्मन पर नजर रखने और हमला करने में सक्षम हैं। अब तक पाकिस्तान से हुए सभी ड्रोन अटैक को भारत ने नाकाम कर दिया है, हालांकि अभी यह आधिकारिक जानकारी नहीं आई है कि पाकिस्तान ने CH-4 का ही इस्तेमाल किया था।
3. भारत ने इतनी बड़ी स्ट्राइक की, पाकिस्तान का रडार सिस्टम फेल
पाकिस्तान का पूरा हवाई डिफेंस चीन से लिया गया है। उसके जैमर, रडार सिस्टम और MQ-9 एयर डिफेंस सब कुछ चीन की देन है। चीन से मिला JY-27A रडार सिस्टम स्टील्थ रेंज के यानी रडार पर आसानी से पकड़ न आने वाले युद्धपोत और लड़ाकू जेट्स को भी ट्रैक कर सकता है, लेकिन ये सिस्टम 6-7 मई की रात हुए भारत के हमले को नहीं रोक पाया।
4. HQ-9P एयर डिफेंस सिस्टम की लाहौर यूनिट तबाह
HQ-9 AD यानी होंग क्वी-9 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को चीन की कंपनी चाइना प्रिसिजन मशीनरी इम्पोर्ट एंड एक्सपोर्ट कॉर्पोरेशन (CPMIEC) ने बनाया है।
ये मध्यम से लंबी दूरी के टारगेट्स को तबाह करने वाला एक सरफेस टु एयर मिसाइल (SAM) सिस्टम है। यानी इसमें टारगेट को मिसाइल्स के जरिए निशाना बनाया जाता है। यह रूस की S-300 और अमेरिका के पैट्रियट डिफेंस सिस्टम की तर्ज पर बना है। हालांकि, भारत को रूस से मिले S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम से कमजोर है।
पाकिस्तान ने 14 अक्टूबर, 2021 को इसके HQ-9P वैरिएंट को अपने एयर डिफेंस हथियारों के बेड़े में शामिल किया था। पाकिस्तान की एयर फोर्स के पास इसका HQ-9BE वैरिएंट भी है जो 260 किमी तक के टारगेट को ट्रैक कर सकता है। लाहौर में रखे इस एयर डिफेंस सिस्टम की एक यूनिट को भारत ने तबाह कर दिया है। यह खुद पर हुए हमले को भी नहीं रोक पाया।
5. भारत ने 2 JF-17 थंडर फाइटर जेट्स मार गिराए
JF-17 थंडर फाइटर जेट को चीन की CAC और पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (PAC) ने मिलकर बनाया है। यह 2007 में पाकिस्तान एयरफोर्स में शामिल हुआ। इस समय पाकिस्तान के पास 150 से ज्यादा JF-17 फाइटर जेट्स हैं। JF-17 थंडर पाकिस्तान एयरफोर्स का मुख्य जेट है, जो अमेरिकी F-16 और चीनी J-10C के साथ मिलकर हवाई सुरक्षा के लिए काम करता है।
8 मई की रात अपुष्ट खबरें आईं कि भारत ने 2 JF-17 फाइटर जेट मार गिराए हैं।
भारत के हमले के आगे पाकिस्तान क्यों बेबस हुआ?
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) रामेश्वर रॉय के मुताबिक, इसकी तीन वजहें है-
पाकिस्तान के हथियारों की पहली टेस्टिंग: पाकिस्तान का MQ-19P एयर डिफेंस सिस्टम और JF-17 जैसे उन्नत लड़ाकू जेट्स अब तक वॉर टेस्टेड नहीं है। इनका पहली बार ट्रायल किया जा रहा है। ये हमला रोकने और जवाबी कार्रवाई करने में कितने सक्षम हैं, ये कहा नहीं जा सकता। उदाहरण के लिए 2022 में पाकिस्तान के मियां चन्नू इलाके में गलती से गिरी भारत की ब्रह्मोस मिसाइल को MQ-19P नहीं रोक पाया था। पाकिस्तान जंग के बहाने अपने इन हथियारों की टेस्टिंग भी कर रहा है। हथियारों की टेस्टिंग के लिए पहले भी कई देश बेवजह जंग छेड़ चुके हैं।
बेहतर टेक्नोलॉजी वाले लड़ाकू जेट्स और ड्रोन पकड़ में नहीं आए: भारत के राफेल और सुखोई जैसे लेटेस्ट लड़ाकू विमानों में अपनी खुद की स्टील्थ टेक्नोलॉजी है। यानी ये ऑपरेशन के समय दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आते। वहीं भारतीय ड्रोन भी उन्नत टेक्नोलॉजी के कारण जमीन से बहुत कम ऊंचाई पर उड़ सकते हैं। रात के समय कम ऊंचाई पर उड़ते हुए पाकिस्तानी ड्रोन की नजर से बचने में कामयाब रहे।
पाकिस्तान को हमले की उम्मीद नहीं थी: जंग के लिए हथियार होना और उनका सही समय पर सही इस्तेमाल करने के लिए तैयार होना दो अलग बातें हैं। पाकिस्तान को यह पता था कि भारत पहलगाम हमले का कड़ा जवाब देगा, लेकिन वह वक्त रहते हमले का तरीका नहीं समझ पाया।
वहीं जब 8 मई की देर शाम पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए तो भारत के मल्टी लेयर्ड एयर डिफेंस सिस्टम ने हर हमला नाकाम कर दिया। इसके बारे में विस्तार से अगले पार्ट में।

(Bureau Chief, Korba)