Wednesday, October 8, 2025

प्रधानमंत्री मोदी त्रिपुरा पहुंचे, री-डेवलप्ड त्रिपुर सुंदरी मंदिर का उद्घाटन करेंगे, अरुणाचल में PM ने कहा- कांग्रेस ने नॉर्थईस्ट को नजरअंदाज किया, हम अष्टलक्ष्मी मानते हैं

ईटानगर, त्रिपुरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिपुरा पहुंच चुके हैं और थोड़ी देर में गोमती जिले में री-डेवलप्ड त्रिपुर सुंदरी मंदिर का उद्घाटन करेंगे। यह मंदिर 51 ‘शक्ति पीठों’ में से एक है।

केंद्रीय सरकार की PRASAD (Pilgrimage Rejuvenation and Spirituality Augmentation Drive) योजना के तहत इस मंदिर का पुनर्निर्माण 52 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिपुरा पहुंच चुके हैं, यहां वह थोड़ी देर में री-डेवलप्ड त्रिपुर सुंदरी मंदिर का उद्घाटन करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिपुरा पहुंच चुके हैं, यहां वह थोड़ी देर में री-डेवलप्ड त्रिपुर सुंदरी मंदिर का उद्घाटन करेंगे।

PM इससे पहले ईटानगर पहुंचे थे

PM सोमवार को अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा के दौरे पर हैं। इससे पहले वे ईटानगर पहुंचे। उन्होंने यहां 5,100 करोड़ रुपए के नए प्रोजेक्ट्स की नींव रखी। उन्होंने कहा,

अरुणाचल को कांग्रेस ने नजरअंदाज किया। हमारा पूरा नॉर्थ ईस्ट छूट गया। जब मुझे सेवा का अवसर दिया तो मैंने कांग्रेसी सोच से देश को मुक्ति दिलाई। हमारी प्रेरणा इसी राज्य में वोटों और सीटों की संख्या नहीं , नेशन फर्स्ट की भावना है।

PM ने कहा- जिनको कभी किसी ने नहीं पूछा उनको मोदी पूजता है। इसलिए जिस नॉर्थ ईस्ट को कांग्रेस ने भुला दिया था वो 2014 के बाद विकास की प्राथमिकता बन गया है। हमने नॉर्थ ईस्ट में लास्ट माइल कनेक्टिविटी को अपनी सरकार की पहचान बनाया और यहां के 8 राज्यों को अष्टलक्ष्मी माना है।

नॉर्थ-ईस्ट में 8 राज्य अरुणाचल, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं।

PM मोदी ने ईटानगर में ट्रेडर्स और मर्चेंट्स से मुलाकात की।

PM मोदी ने ईटानगर में ट्रेडर्स और मर्चेंट्स से मुलाकात की।

मोदी के स्पीच की 5 बड़ी बातें, कहा- नॉर्थ ईस्ट के आठों राज्यों की अष्टलक्ष्मी

1. अरुणाचल का हर व्यक्ति शौर्य और साहस का प्रतीक: यहां का हर व्यक्ति शौर्य और साहस का प्रतीक है। अरुणाचल मैं कई बार आया हूं। इसलिए यहां की ढेर सारी यादें मेरे साथ जुड़ी हुई हैं। उनका स्मरण भी मुझे भी अच्छा लगता है। तवांग मठ से लेकर स्वर्ण पगोडा तक अरुणाचल शांति का संगम हैं, मां भारती का गौरव है। मैं इस पुण्यभूमि को प्रणाम करता हूं।

2. मैं यहां तीन वजहों से आया: पहली- आज मुझे यहां सुंदर पर्वतों के दर्शन का सौभाग्य मिला। नवरात्र के पहले दिन आज सब मां शैलपुत्री की पूजा करते हैं जो पर्वतराज हिमालय की बेटी हैं। दूसरी वजह- आज से नेक्स्ट जनरेशन GST बचत उत्सव शुरू हो रहा है। जनता जर्नादन को डबल बोनांजा मिला है। तीसरी वजह- आज के दिन अरुणाचल में विकास के ढेर सारे प्रोजेक्ट, आज राज्य को पावर कनेक्टिविटी, टूरिज्म अनेक सेक्टर से जुड़े प्रोजेक्ट मिले हैं। ये BJP की डबल इंजन सरकार के डबल बेनिफिट का उदाहरण है।

3. कांग्रेस ने अरुणाचल को नजरअंदाज किया: अरुणाचल को कांग्रेस ने नजरअंदाज किया। इसी वजह से हमारा पूरा नॉर्थईस्ट छूट गया। जब मुझे सेवा का अवसर दिया तो मैंने कांग्रेसी सोच से देश को मुक्ति दिलाने की ठान ली। हमारी प्रेरणा इसी राज्य में वोटों और सीटों की संख्या नहीं , नेशन फर्स्ट की भावना है। देश पहले, हमारा एक ही मंत्र है, नागरिक देवो भव:। जिनको कभी किसी ने नहीं पूछा उनको मोदी पूजता है। इसलिए जिस नॉर्थ ईस्ट को कांग्रेस ने भुला दिया था वो 2014 के बाद विकास की प्राथमिकता बन गया है।

4. सरकार दिल्ली बैठकर नहीं चलेगी, मंत्रियों को यहां भेजा: हमने लास्ट माइल कनेक्टिविटी को अपनी सरकार की पहचान बनाया। हमने इतना पक्का किया कि सरकार दिल्ली में बैठकर नहीं चलेगी। अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा यहां आना होगा, रात रुकना होगा।

कांग्रेस सरकार के समय दो चार महीने में एकाध बार कोई मंत्री नॉर्थ ईस्ट आता था। ‌BJP सरकार में 800 से ज्यादा बार केद्रीय मंत्री यहां आ चुके हैं। हमारा प्रयास रहता है कि मंत्री यहां आएं तो दूरदराज जाएं, रुककर जाएं। मैं खुद 70 से ज्यादा बार नॉर्थईस्ट आया हूं। नॉर्थ ईस्ट मुझे दिल से पसंद है। इसलिए हमने दिल की दूरी भी मिटाई है ,दिल्ली को आपके पास लेकर आएं।

5. नॉर्थ ईस्ट के आठ राज्य अष्टलक्ष्मी: हम नॉर्थ ईस्ट के आठों राज्यों की अष्टलक्ष्मी मानते हैं। यहां के विकास के लिए केंद्र सरकार ज्यादा से ज्यादा पैसे खर्च कर रही है। BJP ने अरुणाचल को 16 गुना ज्यादा पैसा दिया है। ये सिर्फ टैक्स का पैसा है। इसके अलावा जो भारत सरकार अलग अलग स्कीम के तहत खर्च कर रही है वो तो अलग ही है, इसलिए यहां आप इतना तेज विकास देख रहे हैं। जब नेक नीयत से काम होता है, जब प्रयासों में ईमानदारी होती है तो नतीजे दिखते हैं।

PM मोदी त्रिपुर पहुंचे, सुंदरी मंदिर में पूजा-पाठ करेंगे

माता त्रिपुर सुंदरी मंदिर परिसर में अब नया प्रवेश द्वार और तीन मंजिला कॉम्प्लेक्स बनाया गया है। इसका री-डेवलपमेंट प्रसाद योजना के तहत हुआ है, जिस पर 52 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हुए हैं। इसमें 7 करोड़ रुपए राज्य सरकार ने दिए। खास बात यह है कि मंदिर का उद्घाटन नवरात्रि के पहले दिन होगा। प्रधानमंत्री यहां पूजा-अर्चना करेंगे।

यह मंदिर ऐतिहासिक रूप से बहुत खास है। इसे 1501 में महाराजा धन्य माणिक्य ने बनवाया था और इसी के नाम पर राज्य का नाम त्रिपुरा पड़ा। कोलकाता के कालीघाट और गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर के बाद यह पूर्वी भारत का तीसरा प्रमुख शक्तिपीठ है।

तस्वीरों में देखिए री-डेवलप्ड त्रिपुर सुंदरी मंदिर

PRASAD स्कीम के तहत हुआ पुनर्विकास

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बताया कि प्रधानमंत्री की यात्रा की तैयारी और व्यवस्थाएं पूरी हो गई हैं। CM ने कहा कि उन्होंने पुनर्विकसित त्रिपुरा सुंदरी मंदिर और उसके आसपास के सौंदर्यीकरण का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया था।

PRASAD स्कीम (Pilgrimage Rejuvenation and Spirituality Augmentation Drive) के तहत 524 साल पुराने त्रिपुरा सुंदरी मंदिर का 52 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से पुनर्विकास किया गया है। त्रिपुरा सरकार ने भी इस परियोजना में 7 करोड़ रुपए का योगदान दिया है।

अरुणाचल में दो हाइड्रो प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे

NTPC ने X पर तस्वीर शेयर करके बताया यहां बनेगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट

NTPC ने X पर तस्वीर शेयर करके बताया यहां बनेगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट

PM मोदी ईटानगर में 3,700 करोड़ रुपए से ज्यादा के दो बड़े हाइड्रो प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। इन दोनों परियोजनाओं को अरुणाचल प्रदेश के सियोम उप-बेसिन क्षेत्र में बनाया जाएगा। इन परियोजनाओं में हेओ हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (240 मेगावाट) और तातो-I हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (186 मेगावाट) शामिल हैं।

तवांग में 9,820 फीट की ऊंचाई पर बनेगा कन्वेंशन सेंटर

प्रधानमंत्री मोदी अरुणाचल प्रदेश के तवांग में नए कन्वेंशन सेंटर की आधारशिला रखेंगे। यह 9,820 फीट की ऊंचाई पर होगा और इसमें एक साथ 1,500 लोग बैठ सकेंगे। यहां बड़े सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रदर्शनियां होंगी।

इसके अलावा प्रधानमंत्री 1,290 करोड़ रुपए से ज्यादा की कई परियोजनाओं की शुरुआत भी करेंगे। इनमें सड़क और स्वास्थ्य से जुड़े काम, फायर सेफ्टी की सुविधा और कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल जैसी योजनाएं शामिल हैं।

9 दिन पहले मणिपुर गए थे PM

इससे पहले प्रधानमंत्री ने 14 सितंबर को मणिपुर का दौरा किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुराचांदपुर और इंफाल पहुंचे थे। उन्होंने चुराचांदपुर में ₹7,300 करोड़ औ इंफाल में ₹1,200 करोड़ से ज्यादा की विकास परियोजनाओं की शिलान्यास और उद्घाटन किया था। मणिपुर में मई, 2023 में हिंसा भड़कने के बाद PM मोदी का यह पहला दौरा था।

प्रधानमंत्री ने इंफाल में कहा- मणिपुर में किसी भी तरह की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें राज्य को शांति और विकास के रास्ते पर लेकर जाना है। चुराचांदपुर में PM ने कहा- मैं सभी संगठनों से शांति के रास्ते पर आगे बढ़ने की अपील करता हूं। मैं वादा करता हूं, मैं आपके साथ हूं।



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