नई दिल्ली/वॉशिंगटन: भारतीय नरेंद्र मोदी 12 और 13 फरवरी को अमेरिका जाएंगे। वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के न्योते पर अमेरिका जा रहे हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने गुरुवार को साप्ताहिक प्रेस ब्रीफ में इसकी पुष्टि की।
ट्रम्प के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद मोदी की यह पहली अमेरिका यात्रा होगी। मोदी फ्रांस की यात्रा खत्म करने के बाद 12 फरवरी की शाम को वाशिंगटन डीसी पहुंचेंगे। वे 14 फरवरी तक वॉशिंगटन में रहेंगे। पीएम इस दौरान अमेरिकी बिसजेसमैन और भारतवंशी समुदाय से भी मुलाकात कर सकते हैं।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच 27 जनवरी को बातचीत हुई थी। ट्रम्प के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहली बार था जब उन्होंने PM मोदी से बातचीत की थी। इस बातचीत के बाद ही ट्रम्प ने खुलासा किया था कि मोदी फरवरी में व्हाइट हाउस आ सकते हैं।

पीएम मोदी सितंबर 2024 में अमेरिका दौरे पर गए थे। इस दौरान उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था।
भारत के साथ व्यापार घाटा कम करना चाहते हैं ट्रम्प
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने पीएम मोदी से बातचीत के दौरान कहा था कि भारत को और ज्यादा अमेरिकी सुरक्षा उपकरण (सेफ्टी इक्विपमेंट्स) खरीदने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार उचित तरीके से होना चाहिए। यानी कि ट्रम्प चाहते हैं कि व्यापार घाटा अमेरिका का नहीं होना चाहिए।
भारत अमेरिका के बड़े निर्यातकों में से एक है। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने 2023-24 में अमेरिका को 77.5 बिलियन डॉलर का सामान निर्यात किया था। वहीं, अमेरिका ने भारत को 42.2 बिलियन डॉलर का सामान बेचा था। ऐसे में अमेरिका का भारत के साथ व्यापार घाटा 35.3 बिलियन डॉलर का है। ट्रम्प इसी व्यापार घाटे को संतुलन में लाना चाहते हैं।
कनाडा, मैक्सिको और चीन पर ट्रम्प द्वारा लगाए गए टैरिफ के मद्देनजर, व्यापार पर बातचीत और भी ज्यादा अहम हो गई है। भारतीय पक्ष ने पहले ही अमेरिका से ज्यादा से ज्यादा एनर्जी खरीदने की इच्छा जताई है। इसके साथ ही भारत ने विदेश से आने वाले कई सामानों पर कस्टम ड्यूटी कम कर दिया है जिससे अमेरिकी कंपनियों को फायदा हो सकता है।

(Bureau Chief, Korba)