वॉशिंगटन: पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि यह गिरफ्तारी 4 जुलाई को की गई।
भारत के प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने निहाल के प्रत्यर्पण की अपील की थी। निहाल की जमानत पर सुनवाई 17 जुलाई को नेशनल डिस्ट्रिक्ट ऑफ होनोलूलू (NDOH) में होगी। अमेरिकी न्याय विभाग ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
PNB घोटाले में शामिल होने का आरोप
अमेरिका में LLD डायमंड्स के साथ धोखाधड़ी के अलावा निहाल मोदी पर 13,600 करोड़ रुपए के PNB घोटाले में शामिल होने और सबूत मिटाने का आरोप है।
ED और CBI की जांच में पता चला है कि निहाल ने नीरव मोदी की मदद में अहम भूमिका निभाई थी। फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल करके गैर-कानूनी पैसे को छिपाया था।
निहाल मोदी के खिलाफ दो आरोपों में कार्रवाई हुई है:
- मनी लॉन्ड्रिंग
- आपराधिक साजिश
अब इस मामले से जुड़े जरूरी सवालों के जवाब:
सवाल 1. कैसे हुई निहाल की गिरफ्तारी
जवाब: 2019 में इंटरपोल ने निहाल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था, जिसके बाद उनकी तलाश वैश्विक स्तर पर शुरू हुई। CBI और ED ने 2021 में अमेरिका से उसके प्रत्यर्पण की मांग की थी, क्योंकि उसके अमेरिका में होने की जानकारी मिली थी। हाल ही में अमेरिकी अधिकारियों ने भारत के अनुरोध पर निहाल को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी होनोलूलू में हुई।
सवाल 2. PNB घोटाला क्या है और इसमें निहाल की क्या भूमिका थी?
जवाब: PNB घोटाला 2018 में सामने आया था। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने PNB के कुछ कर्मचारियों के साथ मिलकर फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के जरिए 13,600 करोड़ रुपए की हेराफेरी की। ये पैसे फर्जी कंपनियों में ट्रांसफर किए गए।
निहाल पर आरोप है कि…
- घोटाला सामने आने के बाद दुबई में मोबाइल फोन और सर्वर जैसे डिजिटल सबूत नष्ट किए।
- 6 मिलियन डॉलर की हीरे, 3.5 मिलियन UAE दिरहम और 50 किलो सोना गायब किया।
- कर्मचारियों और डमी डायरेक्टर्स को धमकाया और भारत में जांच में शामिल होने से रोका।
सवाल 3: क्या निहाल मोदी को भारत लाया जाएगा?
जवाब: हां, भारत सरकार निहाल को भारत लाने की पूरी कोशिश कर रही है। ED और CBI ने अमेरिका को प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा है, जिसमें निहाल के खिलाफ सबूत पेश किए गए हैं। अगर कोर्ट निहल की जमानत खारिज करता है और प्रत्यर्पण को मंजूरी देता है, तो उसे भारत लाया जा सकता है। हालांकि यह प्रक्रिया लंबी हो सकती है…
- निहाल के वकील कोर्ट में दावा कर सकते हैं कि मामला राजनीति से प्रेरित है या भारत में उन्हें निष्पक्ष सुनवाई नहीं मिलेगी।
- नीरव मोदी का उदाहरण देखें। 2019 में लंदन में गिरफ्तार होने के बाद भी अब तक उसका प्रत्यर्पण नहीं हो सका है।
- फिर भी भारत और अमेरिका के बीच मजबूत प्रत्यर्पण संधि है, जिसके तहत निहाल का भारत आना संभव है।

(Bureau Chief, Korba)