छत्तीसगढ़: बिलासपुर में जमीन बेचने के नाम से एक किसान से 11 लाख रुपए लेने वाले व्यावसायी के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। दरअसल, किसान ने पहले इस मामले की शिकायत की थी। लेकिन, पुलिस ने आपसी लेनदेन का मामला बताकर कार्रवाई नहीं की। इससे परेशान होकर किसान 12 दिन पहले पेट्रोल लेकर आत्मदाह करने SP ऑफिस पहुंच गया था। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने अब जाकर अपराध दर्ज किया है। मामला सिटी कोतवाली थाने का है।
नारियल कोठी निवासी महेंद्र कश्यप (42 साल) पहले वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन में काम करता था। उस समय साल 2018 में उसकी पहचान तोरवा के देवरीखुर्द निवासी मेडिकल दवा व्यवसायी सुनील रामचंदानी से हुई थी। वह तेलीपारा स्थित मेडिकल कॉम्प्लेक्स में मेडिकल एजेंसी चलाता था। इस दौरान महेंद्र को जमीन चाहिए थी तो उसने सुनील से संपर्क किया। तब उसने जूना बिलासपुर में उसे जमीन दिखाया था।
पेट्रोल लेकर आत्मदाह करने SP ऑफिस पहुंच गया था किसान।
दूसरे की जमीन को बताया अपना फिर दूसरे के नाम से करवा दिया एग्रीमेंट
महेंद्र ने अपनी शिकायत में बताया है कि सुनील रामचंदानी ने जूना बिलासपुर में स्थित खसरा नंबर 389/2 रकबा 0.125 हे0 को अपना बताकर उसे दिखाया। महेंद्र ने जमीन खरीदने के लिए 11 लाख रुपए में सौदा तय किया। इसके बाद 22 दिसंबर 2020 को उसने सुनील की दुकान में जाकर सौदे की राशि 11 लाख रुपए दिया। लेकिन, सुनील ने उस जमीन का एग्रीमेंट दूसरे के नाम से करा दिया।
कोरोना काल में जमीन मालिक की हो चुकी है मौत, इसलिए नहीं हो पाई रजिस्ट्री
इधर, पुलिस ने मामले की जांच की और सुनील रामचंदानी से पूछताछ की, तब उसने बताया था कि वह जमीन खरीद-बिक्री के इस विवाद में मीडिएटर था। जबकि, महेंद्र का आरोप है कि उसने जमीन को अपना बताकर दिखाया था। रुपए देने के बाद उसने जमीन का एग्रीमेंट रायपुर के तेलीबांधा निवासी राजवीर राणा के नाम से करा दिया और जमीन मालिक रामवती पति लक्ष्मी प्रसाद से पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी दिला दिया। इस बीच जमीन मालिक और राजवीर राणा की कोरोना काल में मौत हो गई। इसके चलते महेंद्र के नाम से जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो पाई और उसे रुपए भी नहीं मिले।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई तब परेशान होकर आत्मदाह करने पहुंचा था SP ऑफिस
महेंद्र का आरोप था कि सुनील उसे रुपए वापस करने के लिए घूमा रहा है। छह माह पहले उसने परेशान होकर कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। तब मानसिक तनाव में आकर उसने आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी और 12 दिन पहले पेट्रोल लेकर SP ऑफिस पहुंच गया, जहां पुलिस अफसरों ने उसे समझाइश देकर शांत कराया। साथ ही कार्रवाई करने का भरोसा भी दिलाया। अब जाकर पुलिस ने इस मामले में सुनील रामचंदानी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।