बीजापुर: यह कहानी एक ऐसी महिला कि है जिनका पति एक दैनिक वेतन भोगी है जो कि भैरमगढ़ नगर पंचायत की हितग्राही श्रीमती अनुसूईया के पति-ईश्वर नेताम वार्ड क्र. 04 मे निवास करने वाली है। वैसे तो परिवार में पति एवं दो बेटे है। पति के दैनिक वेतन से जो भी आय होती थी, वे परिवार के पालन पोषण एवं दैनिक जरूरतों को पूरा करने मे ही समाप्त हो जाता था। अब ऐसे में एक नए आवास की कल्पना भी एक जागते हुए सपने के बराबर लगता था। वह एक छोटे से कच्चे मकान पर निवासरत थी जिसमें पहले छत से पानी टपकने एवं बरसात में अन्य प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता था। फिर प्रधानमंत्री आवास योजना में बीएलसी घटक में ‘‘मोर जमीन मोर मकान’’ के अन्तर्गत नए मकान की जानकारी नगर पंचायत भैरमगढ के अधिकारियों एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के टीम के द्वारा उनकों प्राप्त हुई। जिसके उपरान्त उनका फार्म भरवाकर शासन को प्रस्ताव भेजा गया।
मकान की स्वीकृति प्रदान होने के उपरान्त आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण कई महीनो तक निर्माण करने में असमर्थ थी। जिसके उपरान्त नगरपंचायत भैरमगढ के अधिकारियों द्वारा आवास का निर्माण प्रारंभ करने के लिए प्रेरित किया गया। जिसके उपरान्त उन्होंने अपना मकान धीरे-धीरे करके पूर्ण किया। जिन्होने सपने में भी कभी स्वंय के पक्के मकान की कामना नही की थी। अब वे अपने पक्के आवास में गर्व एवं खुशी से रहते है एवं नगर पंचायत के अधिकारी-कर्मचारी एवं शासन को धन्यवाद दे रही है।