भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर पाकिस्तान को चुनौती दी है। भोपाल मे उन्होंने कहा कि गोली का जवाब गोले से मिलेगा। सिंदूर भारत के शौर्य का प्रतीक बन गया है। मोदी ने कहा कि आतंकियों ने नारी शक्ति को चुनौती दी थी। यही चुनौती उनके और उनके आकाओं के लिए काल बन गई।
हमारी सेना ने दुश्मन के घर में सैकड़ों किमी दूर घुसकर उनके आतंकी ठिकानों को तबाह किया। अब घर में घुसकर भी मारेंगे और जो आतंकियों की मदद करेगा उसे भी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
पीएम ने भोपाल में देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में कुल 39 मिनट 38 सेकेंड का भाषण दिया। इस दौरान देवी अहिल्याबाई के बारे में 25 मिनट 55 सेकेंड बोलने के बाद उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बोलना शुरू किया। सेना और उसके शौर्य पर उन्होंने 6 मिनट 58 सेकेंड तक तक बोला। इस अवधि में उन्होंने कुल 7 बार सिंदूर का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के 3 प्रमुख पॉइंट
1. ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान: डंके की चोट पर कह दिया है कि आतंकियों के जरिए प्रॉक्सी वॉर नहीं चलेगा। अब घर में घुसकर भी मारेंगे और जो आतंकियों की मदद करेगा उसे भी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। 140 करोड़ देशवासी कह रहे हैं अगर तुम गोली चलाओगे, मान के चलो गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा।
पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया। उन्होंने समाज को बांटने की कोशिश की। सबसे बड़ी बात आतंकियों ने भारत की नारी शक्ति को चुनौती दी है। ये चुनौती आतंकियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गई है।
2. महिलाओं से जुड़ी योजनाएं: 2014 से पहले 30 करोड़ बहनें ऐसी थी, जिनके बैंक खाते ही नहीं थे। हमारी सरकार ने उनके खाते खुलवाए और अलग-अलग योजनाओं के पैसे उनके खातों में भेज रही है। मुद्रा योजना से बिना गारंटी के लोन मिल रहा है। मुद्रा योजना की 75 परसेंट से ज्यादा लाभार्थी हमारी माता-बहनें हैं। देश में 10 करोड़ बहनें सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी हैं।
आज सरकार हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, ताकि हमारी माताओं-बहनों को असुविधा न हो। बेटियां अपनी पढ़ाई में ध्यान दे सकें। करोड़ों लोगों के पास पहले बिजली, एलपीजी और टॉयलेट जैसी सुविधाएं भी नहीं थीं। ये सुविधाएं भी हमारी सरकार ने पहुंचाईं। ये सिर्फ सुविधाएं नहीं हैं, ये माताओं-बहनों के सम्मान का हमारी तरफ से नम्र प्रयास है।
3. प्रदेश की विकास परियोजनाएं: आज एमपी को पहली मेट्रो सुविधा मिली है। इंदौर पहले ही स्वच्छता के लिए दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है। अब इंदौर की पहचान उसकी मेट्रो से भी होने जा रही है। यहां भोपाल में भी मेट्रो का काम तेजी से चल रहा है।
दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं। इन दोनों हवाई अड्डों से विंध्य और बुंदेलखंड में एयर कनेक्टिविटी बेहतर होगी। अब मां पीतांबरा, मां शारदा देवी और चित्रकूट की यात्रा सुलभ हो जाएगी। ये सभी प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ाएंगे, विकास को गति देंगे और रोजगार के कई नए अवसर बनाएंगे।

पीएम मोदी ने देवी अहिल्या पर विशेष डाक टिकट और 300 रुपए का सिक्का जारी किया।
लोकमाता देवी अहिल्या के काम से सरकार को ऐसे जोड़ा
पीएम मोदी ने कहा, हमारी सरकार लोकमाता देवी अहिल्याबाई के मूल्यों पर चलते हुए काम कर रही है। नागरिक देवो भव:, ये आज गवर्नेंस का मंत्र है। सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में माताएं, बहनें-बेटियां हैं।
1. पीएम आवास: गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए जा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर घर हमारी माताओं-बहनों के नाम हैं। इनमें से कई माताएं-बहनें ऐसी हैं, जिनके नाम पर पहली बार कोई संपत्ति दर्ज हुई हैं। कई बहनें पहली बार घर की मालकिन बनी हैं। आज सरकार हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, ताकि हमारी माताओं, बहनों को असुविधा न हो। बेटियां अपनी पढ़ाई में ध्यान दे सकें।
2. उज्ज्वला, स्वच्छ भारत: करोड़ों लोगों के पास पहले बिजली, एलपीजी और टॉयलेट जैसी सुविधाएं भी नहीं थीं। ये सुविधाएं भी हमारी सरकार ने पहुंचाईं। ये सिर्फ सुविधाएं नहीं हैं, ये माताओं-बहनों के सम्मान का हमारी तरफ से नम्र प्रयास है। इससे उनके जीवन से अनेक मुश्किलें कम हुई हैं।
3. आयुष्मान भारत: पहले माताएं-बहनें अपनी बीमारियों छिपाने पर मजबूर थीं। गर्भावस्था के दौरान अस्पताल जाने से बचती थीं। उनको लगता था कि इससे परिवार पर बोझ पढ़ेगा। इसलिए दर्द सकती थीं। आयुष्मान भारत योजना ने उनकी इस चिंता को भी खत्म किया है। अब वो भी अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज कर सकती हैं।
4. जन-धन योजना: महिलाओं के लिए पढ़ाई और दवाई के साथ ही जो बहुत जरूरी चीज है वो कमाई भी है। जब महिलाएं की अपनी आय होती है तो घर में उसका स्वाभिमान बढ़ जाता है। घर के निर्णयों में उसकी सहभागिता बढ़ जाती है। बीते 11 वर्षों में हमारी सरकार ने देश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने का काम किया है।
5. मुद्रा लोन: मुद्रा योजना से बिना गारंटी के लोन मिल रहा है। मुद्रा योजना की 75 परसेंट से ज्यादा लाभार्थी हमारी माता-बहनें हैं। देश में 10 करोड़ बहनें सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी हैं। ये बहनें अपनी कमाई के साधन बनाएं इसके लिए सरकार मदद कर रही है।
6. लखपति दीदी: हमने ऐसी 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। डेढ़ करोड़ से ज्यादा बहनें लखपति दीदी बन चुकी हैं। बीमा सखियां बनाने का अभियान भी शुरू किया है।
7. नमो ड्रोन दीदी अभियान: एक समय था जब नई टेक्नोलॉजी आती थी तो महिलाओं को उससे दूर रखा जाता था। हमारा देश आज उस दौर को पीछे छोड़ रहा है। आज सरकार का प्रयास है कि आधुनिक तकनीक में भी हमारी बहनें आगे बढ़कर नेतृत्व दें।
खेती में ड्रोन क्रांति आ रही है। इसको हमारी बहनें ही नेतृत्व दे रही हैं। नमो ड्रोन दीदी अभियान से गांव की बहनों का हौसला और कमाई बढ़ रही है। उनकी नई पहचान बन रही है।
8. शिक्षा और व्यवसाय: आज बहुत बड़ी संख्या में हमारी बेटियां वैज्ञानिक, डॉक्टर, इंजीनियर और पॉयलट बन रही हैं। हमारे यहां साइंस और मैथ पढ़ने वाली बेटियों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं। जितने भी बड़े स्पेस मिशन हैं, उनमें बड़ी संख्या में हमारी बहन-बेटियां काम कर रही हैं।
चंद्रयान 3 मिशन में तो 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल थीं। जमाना स्टार्टअप का है। स्टार्टअप के क्षेत्र में भी, हमारी बेटियां अद्भुत काम कर रही हैं। देश में लगभग 45% स्टार्टअप की एक डायरेक्टर हमारी बेटी है, हमारी बहन है।

(Bureau Chief, Korba)