अमेठी के जशपुर में सभा के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार की एक योजना की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि अगर यूपी में सरकार बनी तो यहां भी यह योजना लागू होगी.
रायपुर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इस बार पूरा जोर लगाती नजर आ रही है. प्रियंका गांधी लगातार प्रचार में जुटी हुई हैं. आज उन्होंने अमेठी के जगदीशपुर में एक सभा के दौरान छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि अगर यूपी में कांग्रेस की सरकार बनी तो यहां भी छत्तीसगढ़ की गोधन योजना को लागू करेंगे.
प्रियंका गांधी ने गोधन न्याय योजना की तारीफ
दरअसल, अमेठी के जशपुर में सभा के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार के गोधन न्याय योजना की जमकर तारीफ की. प्रियंका गांधी ने कहा हमारी इस योजना की तर्ज पर विपक्ष ने भी योजना बनाने की बात कही थी. लेकिन हमारी छत्तीसगढ़ की कांग्रेस ने सरकार ने न सिर्फ इस योजना को लागू किया बल्कि लोगों को इसका फायदा भी दिलाया. छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना की तारीफ सब जगह हो रही है.”
यूपी में भी करेंगे लागू
” प्रियंका गांधी ने कहा कि जब हमने यह योजना शुरू की थी तब इस बात की हंसी हुई की सरकार अब गोबर खरीदेगी. लेकिन हमने करके दिखाया और यही योजना आज लोगों को पसंद आ रही है. ये होती है सरकार जो लोगों के लिए काम करती है. उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई तो यहां भी गोधन न्याय योजना को लागू किया जाएगा.”
बता दें कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उत्तर प्रदेश में लगातार पार्टी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं. ऐसे में यूपी में भूपेश बघेल सरकार की इस योजना को मिली प्रियंका गांधी की इस तारीफ के छत्तीसगढ़ में कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं.
क्या है गोधन न्याय योजना
दरअसल, गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों को लाभ पहुंचाने की प्रदेश सरकार की एक नई योजना है. इस योजना के तहत किसानों और पशुपालकों से 2 रुपये प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी की जाती है. जिसके जरिए गौठानों में बड़े पैमाने पर वर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण और अन्य उत्पाद तैयार किए जाते हैं. इस योजना से स्वसहायता समूहों को भी जोड़ा गया है. इस योजना का उद्देश्य गांव के लोगों को रोजगार और आर्थिक दिलाना है. यूपी चुनाव में भी छत्तीसगढ़ की यह योजना चर्चा का विषय बनी हुई है.