Thursday, August 7, 2025

पुतिन इस साल के आखिर में भारत आएंगे, NSA अजित डोभाल ने पुष्टि की, यूक्रेन वॉर के बाद पहला दौरा

मॉस्को/नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस साल के आखिरी हफ्ते में भारत दौरे पर आ सकते हैं। रूसी न्यूज एजेंसी तास के मुताबिक, यह जानकारी भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने दी है।

डोभाल ने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से मुलाकात में कहा, “अब हमारे बहुत अच्छे रिश्ते बन गए हैं, जिनकी हम कदर करते हैं। हमारे देशों के बीच एक मजबूत साझेदारी है और हम हाई लेवल पर बातचीत करते हैं।”

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल बुधवार को रूस पहुंचे। उनकी राष्ट्रपति पुतिन के साथ भी मुलाकात हो सकती है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद डोभाल की यह पहली मॉस्को यात्रा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तरफ से रूस के साथ भारत के संबंधों पर की गई टिप्पणियों की वजह से ये यात्रा काफी अहम मानी जा रही है।

2021 में पुतिन महज कुछ घंटे के लिए भारत आए थे, उन्होंने नई दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की थी।

2021 में पुतिन महज कुछ घंटे के लिए भारत आए थे, उन्होंने नई दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की थी।

आखिरी बार 2021 में भारत आए थे पुतिन

राष्ट्रपति पुतिन ने 06 दिसंबर 2021 को भारत की यात्रा की थी। तब वे सिर्फ 4 घंटे के लिए भारत आए थे। इस दौरान भारत और रूस के बीच 28 समझौते पर दस्तखत हुए थे। इसमें मिलिट्री और तकनीकी समझौते शामिल थे। दोनों देशों ने 2025 तक 30 अरब डॉलर (2 लाख 53 हजार करोड़ रुपए) सालाना ट्रेड का टारगेट रखा था।

फरवरी 2022 में यूक्रेन वॉर शुरू होने के बाद यह पुतिन की पहली भारत यात्रा होगी। इस विजिट से दोनों देशों के बीच 2030 के लिए नए आर्थिक रोडमैप को आगे बढ़ाने की उम्मीद है।

भारत और रूस अपने बाइलैटरल ट्रेड को दोगुना करके सालाना 100 अरब डॉलर से ज्यादा करने पर सहमत हुए हैं। फिलहाल दोनों देशों के बीच करीब 60 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार है।

2024 में दो बार रूस गए थे मोदी

PM मोदी ने साल 2024 में दो बार रूस की यात्रा की थी। वे BRICS समिट के लिए 22 अक्टूबर को रूस गए थे। इससे पहले जुलाई में भी मोदी ने दो दिन का रूस दौरा किया था। तब उन्होंने पुतिन को भारत आने का न्योता दिया था।

रूस ने पिछले साल 9 जुलाई को मॉस्को में पीएम नरेंद्र मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल' दिया था। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद उन्हें सम्मानित किया।

रूस ने पिछले साल 9 जुलाई को मॉस्को में पीएम नरेंद्र मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ दिया था। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद उन्हें सम्मानित किया।

अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद दूसरे देशों की यात्रा से बच रहे पुतिन

मार्च 2023 में ICC ने पुतिन के खिलाफ अरेस्‍ट वारंट जारी किया था। कोर्ट ने यूक्रेन में बच्चों के अपहरण और डिपोर्टेशन के आरोपों के आधार पर पुतिन को वॉर क्राइम्स के लिए जिम्मेदार माना था।

यह पहला मौका था जब ICC ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के किसी स्थायी सदस्य देश के टॉप लीडर के खिलाफ अरेस्‍ट वारंट जारी किया था। अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस UNSC के स्थायी सदस्य हैं।

इसके बाद से पुतिन दूसरे देशों की यात्राएं करने से बचते रहे हैं। वह पिछले साल G20 समिट में शामिल होने भारत नहीं आए थे। उनकी जगह विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस साल के आखिर में ब्राजील में होने वाली G20 समिट में भी पुतिन संभवत: हिस्सा नहीं लेंगे।

भारत रूसी तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार

भारत, चीन के बाद रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है। यूक्रेन युद्ध से पहले भारत रूस से सिर्फ 0.2% (68 हजार बैरल प्रतिदिन) तेल इम्पोर्ट करता था। मई 2023 तक यह बढ़कर 45% (20 लाख बैरल प्रतिदिन) हो गया, जबकि 2025 में जनवरी से जुलाई तक भारत हर दिन रूस से 17.8 लाख बैरल तेल खरीद रहा है।

पिछले दो साल से भारत हर साल 130 अरब डॉलर (11.33 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा का रूसी तेल खरीद रहा है।


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