छत्तीसगढ़: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में रेलवे की एक महिला कर्मचारी ने अपने ही अफसर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। महिला दफ्तर के बाहर ही तपती धूप में धरने पर बैठ गई। आरोप लगाया है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर उसे प्रताड़ित करते हैं। यहां तक कि वॉशरूम में कैमरा लगा रखा है। अफसर ने इन आरोपों को तो झूठा बताया है, पर महिला के पति को सस्पेंड कर दिया है। इसके बाद DRM ने महिला कर्मचारी को मिलने बुलाया है।
दरअसल, यह पूरा मामला पेंड्रा रोड रेलवे के सेक्शन इंजीनियर दफ्तर का है। यहां महिला पदस्थ महिला क्लर्क सरस्वती चंद्रा गुरुवार को दफ्तर के सामने ही सड़क पर धरने पर बैठ गईं। 41 डिग्री तापमान में धरना 6 घंटे तक चलता रहा है। कर्मचारी सरस्वती का आरोप है कि सेक्शन इंजीनियर मकसूद आलम पिछले 2 साल से उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। उनको प्रभार तक नहीं दिया गया है, उल्टे रोज गालियां दी जाती हैं।
रेलवे सीनियर सेक्शन इंजीनियर कार्यालय, पेंड्रा।
इंक्रीमेंट रोकने का आरोप, अभद्र टिप्पणी की गई
महिला क्लर्क सरस्वती चंद्रा ने यह भी बताया कि उनका दो बाद इंक्रीमेंट रोक दिया गया। हालात यह हो गई है कि स्टाफ के लोग भी उनसे बात करते हैं तो उनको भी गालियां दी जाती है। यह भी कहा कि 8 मई को उन्होंने दूसरे क्लर्क से चाबी ले ली, इसके बाद से प्रताड़ना बढ़ गई है। वॉशरूम तक में कैमरे लगाए गए हैं। महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की जाती है। उन्होंने इसकी शिकायत AEN अंकुष अग्रवाल से की थी, पर कोई फायदा नहीं हुआ।
आरोप बेबुनियाद, पर कैमरे के सामने बात नहीं करेंगे
दूसरी ओर SSE मकसूद आलम ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। हालांकि उन्होंने कैमरे के सामने बात करने से मना कर दिया। यह जरूर कहा कि महिला क्लर्क के पति मलय दास जो उन्हीं के दफ्तर में पदस्थ हैं, उन्हें आज सस्पेंड कर दिया गया है। उन पर काम में लापरवाही का आरोप है। वहीं उनके वरिष्ठ अफसर सहायक मंडल इंजीनियर अंकुल अग्रवाल ने मीटिंग में होने की बात कहते हुए मीडिया से दूरी बना ली।
DRM ने कर्मचारी को बुलाया, सांसद बोले- अफसरों से बात करेंगे
इस पूरे मामले के बाद DRM ने महिला कर्मचारी से बात की और आश्वासन दिया। उन्हें शुक्रवार को मिलने के लिए भी बिलासपुर दफ्तर बुलाया है। दूसरी ओर बिलासपुर सांसद अरूण साव ने कहा कि महिलाओं के प्रति सम्मान का भाव होना चाहिए। रेलवे के उच्चाधिकारियों से बात कर कार्यवाही के लिये कहूंगा। फिलहाल रेलवे में अफसर और कर्मचारी का यह विवाद अब सड़क पर और चर्चा में है।