रायपुर: मूलभूत आवश्यकताओं में आवास सबसे महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण ने इसी सपने को साकार करते हुए ग्रामीण परिवारों को सुरक्षित आवास उपलब्ध कराया है। कवर्धा जिले के जनपद पंचायत पंडरिया के ग्राम पलानसरी की 57 वर्षीय दुवास बाई इसका उदाहरण हैं, जिन्होंने अपने पक्के मकान के साथ जीवन में नया आत्मविश्वास पाया है।
पति के निधन के उपरांत कठिन परिस्थितियों में जीवनयापन कर रही दुवास बाई का नाम आवास प्लस-2018 सूची में शामिल किया गया। वर्ष 2024-25 में योजना के तहत किश्तवार राशि सीधे खाते में हस्तांतरित की गई और आवास निर्माण पूर्ण हुआ। साथ ही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत 90 दिवस का रोजगार भी मिला। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण, उज्ज्वला योजना से गैस कनेक्शन व चूल्हा, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना से निःशुल्क बिजली कनेक्शन तथा खाद्य विभाग से राशन कार्ड जैसी सुविधाओं ने इनके जीवन में आमूलचूल परिवर्तन किया। महतारी वंदन योजना से भी उन्हें प्रतिमाह आर्थिक सहयोग प्राप्त हो रहा है। दुवास बाई कहती हैं कि पक्का मकान, बिजली, गैस और सुलभ राशन से उनका जीवन सुरक्षित और सम्मानजनक बन गया है। यह योजना केवल आवास निर्माण तक सीमित न होकर हितग्राहियों के समग्र विकास और आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त कर रही है।

(Bureau Chief, Korba)