रायपुर: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 8 अक्टूबर को कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने मुंशी प्रेमचंद के साहित्य में योगदान को याद करते हुए कहा कि प्रेमचंद एक संवेदनशील लेखक थे जिन्होंने सरल, सहज और आम बोल-चाल की भाषा का उपयोग किया और अपने प्रगतिशील विचारों की अमूल्य विरासत छोड़ गए। उन्होंने अपने साहित्य में ग्रामीण जनजीवन में व्याप्त विषमताओं का यथार्थ वर्णन किया। उनकी रचनाओं में सांप्रदायिकता, भ्रष्टाचार, गरीबी, उपनिवेशवाद पर कठोरता से प्रहार किया है। मुंशी प्रेमचंद की रचनाएं आज भी आम व्यक्ति की आवाज को मुखरता देती हैं।