- सामुदायिक सहभागिता से ही स्वच्छ स्वस्थ जीवन की परिकल्पना हो सकती है
रायपुर: छत्तीसगढ़ के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा मंत्री, माननीय श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने “स्वच्छता ही सेवा” अभियान की शुरुआत करते हुए “एक पेड़ माँ के नाम” रोपित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वच्छता न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामुदायिक स्तर पर भी अनिवार्य है। स्वच्छ परिवेश और स्वच्छ पर्यावरण ही समृद्धि और बेहतर स्वास्थ्य का आधार होते हैं।
श्री जायसवाल ने जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर के दौरान ग्रामीणों से संवाद करते हुए कहा कि स्वच्छता समृद्धि और स्वस्थ जीवन की कुंजी है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता का सीधा संबंध आर्थिक विकास, सामाजिक उत्थान और लोगों के समग्र कल्याण से है। यदि हम अपने गांव, मोहल्ले और शहर को स्वच्छ रखते हैं, तो न केवल बीमारियों से बचाव होता है, बल्कि यह पर्यटन, व्यापार और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देता है।
जन समस्या निवारण शिविर के समय स्वास्थ्य मंत्री ने सभी उपस्थित गणमान्य लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के प्रति हमारी सजगता और श्रमदान से ही हम एक स्वच्छ और स्वस्थ समाज की स्थापना कर सकते हैं। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि वे इस अभियान में कदम से कदम मिलाकर चलें और स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाए। सभी ने इस अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की और सामूहिक रूप से श्रमदान कर स्वच्छता अभियान को सफल बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया।
(Bureau Chief, Korba)