- मनरेगा के तहत हेडसपुर पंचायत के गोसाई पहाड़ में चल रहा निर्माण कार्य, ग्रामीणों को मिला रोजगार
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ में मोर गांव मोर पानी अभियान के तहत जल संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन को प्राथमिकता दी जा रही है। इसी कड़ी में जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा विकासखंड की ग्राम पंचायत हेडसपुर के गोसाई पहाड़ पर स्टेगर्ड कंटूर ट्रेंच निर्माण कार्य तेज़ी से प्रगति पर है। यह कार्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत जिला कलेक्टर के निर्देशन में संचालित किया जा रहा है। गोसाई पहाड़ पर चल रहे इस परियोजना हेतु 6 लाख 46 हजार 973 रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसके तहत कुल 2,050 कंटूर ट्रेंच का निर्माण किया जा रहा है।
गौरतलब है कि कंटूर ट्रेंच एक प्रभावशाली जल संरक्षण तकनीक है, जिसमें ढलान वाली ज़मीन पर समान ऊंचाई पर खाइयाँ बनाकर बारिश के पानी को रोका जाता है। ये खाइयाँ वर्षा जल को संचित कर उसे धीरे-धीरे ज़मीन में समाहित करती हैं, जिससे भूजल स्तर बढ़ता है, भूमि कटाव रुकता है और नमी बनी रहती है। स्टेगर्ड ट्रेंच का निर्माण ज़िगज़ैग तरीके से किया जाता है, जिससे पानी का प्रवाह संतुलित होता है और अधिक प्रभावी अवशोषण संभव होता है। इससे पहाड़ियों में हरियाली लौटने की प्रक्रिया तेज़ होती है।
इस परियोजना के तहत स्थानीय मनरेगा श्रमिकों को प्राथमिकता दी जा रही है। इससे जहां ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है, वहीं गांव के जल स्रोतों के पुनर्जीवन और पर्यावरणीय संतुलन की दिशा में ठोस पहल हो रही है। “मोर गांव मोर पानी” अभियान न केवल जल आत्मनिर्भरता का लक्ष्य लेकर चल रहा है, बल्कि यह सतत विकास की ओर ग्रामीण छत्तीसगढ़ के मजबूत कदमों का प्रतीक बन गया है।

(Bureau Chief, Korba)