रायपुर: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना ने ग्रामीण भारत में ऊर्जा आत्मनिर्भरता की नई राह खोली है। बालोद जिले के ग्राम जगन्नाथपुर के कृषक श्री डोमन लाल साहू इस योजना से लाभान्वित होकर न केवल अपना बिजली बिल शून्य करने में सफल हुए हैं, बल्कि अब वे ऊर्जा उत्पादक बनकर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर रहे हैं।
श्री डोमन लाल ने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट का सौर सिस्टम स्थापित करवाया है। पहले उनका मासिक बिजली बिल परिवार पर आर्थिक बोझ डालता था, लेकिन अब सौर ऊर्जा ने उनकी सभी जरूरतें पूरी कर दी हैं। उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को वे ग्रिड में भेजते हैं, जिससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी भी मिल रही है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा यह योजना मेरे लिए वरदान साबित हुई है। पहले हम केवल उपभोक्ता थे,अब हम ऊर्जा उत्पादक बन गए हैं। यह हमारी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही है और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रही है। श्री साहू ने आसपास के ग्रामीणों से अपील की कि वे भी इस योजना का लाभ उठाएं। उनके अनुसार, यह न केवल बिजली बिल से राहत देती है, बल्कि हर घर को आत्मनिर्भर बनाकर ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांति ला रही है।
गौरतलब हो कि इस योजना के तहत घरों की छतों पर सौर पैनल स्थापित किया जाता है। इससे बिजली बिल में भारी कमी या शून्य हो जाता है, जिससे अतिरिक्त बिजली बेचकर आय का अवसर मिलता है। स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन से पर्यावरण संरक्षण होता है। केन्द्र व राज्य सरकार की सब्सिडी से कम लागत पर स्थापित किया जा सकता हैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की इस पहल और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की प्रतिबद्धता ने छत्तीसगढ़ में योजना को गति दी है। ग्रामीण उपभोक्ताओं को ऊर्जादाता बनाकर यह योजना वास्तव में दूरदर्शी पहल सिद्ध हो रही है।

(Bureau Chief, Korba)