- भारतीय संस्कृति को जानने और समझने में संस्कृति बोध माला पुस्तकों को बताया उपयोगी
रायपुर: वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी आज यहां रोहिणीपुरम में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध सरस्वती शिक्षा संस्थान छत्तीसगढ़ रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए तथा संस्कृति बोध माला पुस्तकों का विमोचन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री विवेक शेन्डेय अध्यक्ष विद्या भारती मध्यक्षेत्र के द्वारा किया गया।
मंत्री श्री चौधरी ने अपने उद्बोधन में भारतीय संस्कृति को विश्व की प्राचीन संस्कृतियों से एक बताते हुए यहां की विशिष्टता से अवगत कराया। उन्होंने समृद्धशाली भारतीय संस्कृति से जुड़े अनेक उदाहरण दिए। उन्होंने कहा कि हम सभी को भारतीय संस्कृति को जानने एवं समझने में संस्कृति बोध पुस्तकमाला बहुत ही उपयोगी साबित होगी। श्री चौधरी ने शिक्षा को मूल्य परक बनाने में विद्या भारती के कार्यों की सराहना करते हुए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।
बोधमाला में भारतीय संस्कृति की प्राचीन धरोहर के साथ-साथ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धियों की जानकारी दी गई है। कार्यक्रम में श्री विवेक शेन्डेय ने संस्कृति ज्ञान परीक्षा के बारे में एवं संस्कृति बोधमाला के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि पुस्तिका में हमारी भारत माता, हमारा भारत देश, हमारी ज्ञान परंपरा, हमारी वैज्ञानिक परंपरा, हमारे गौरवशाली अतीत के बारे में जानकारियां है। इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप भारतीय ज्ञान परंपरा एवं संस्कृति का समावेश करते हुए पुनर्लेखन किया गया है। कार्यक्रम को डॉ. देवनारायण साहू ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम का संचालन श्री निश्चय बाजपेयी ने किया। आभार प्रदर्शन श्री विवेक सक्सेना सचिव सरस्वती शिक्षा संस्थान छत्तीसगढ़ ने किया। कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी विश्व विद्यालय बिलासपुर के कुलपति श्री ए.डी.एन. वाजपेयी, विद्याभारती उच्च शिक्षा संस्थान के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष श्री शशिरंजन , विद्याभारती के क्षेत्रीय मंत्री श्री जितेन्द्र परिहार, क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री भालचंद्र रावले, क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री डॉ आनंद राव तथा नगर के अनेक विद्यालयों के प्रबंधक, शिक्षक एवं शिक्षाविद् उपस्थित रहे।
(Bureau Chief, Korba)