- 100 शिल्पकारों द्वारा आकर्षक हस्तशिल्प कलाकृतियों का प्रदर्शन एक ही मंच पर
रायपुर: छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा आयोजित गाँधी शिल्प बाजार-2025 हस्तशिल्प प्रदर्शनियाँ कला, संस्कृति और रचनात्मकता को एक साथ लाकर समाज में सकारात्मक संवाद स्थापित करती हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन उभरते कलाकारों और सृजनशील प्रतिभाओं के लिए अत्यंत प्रेरक और लाभकारी होते हैं।
हस्तशिल्प कलाओं, वस्तुओं और कलाकृतियों का आकर्षक प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा आयोजित गाँधी शिल्प बाजार-2025 का शुभारंभ आज नई दिल्ली स्थित एम्पोरियम कॉम्प्लेक्स, बाबा खड़क सिंह मार्ग में हुआ। प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्रीमति श्रुति सिंह आवासीय आयुक्त, छत्तीसगढ़ भवन द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में देश के विभिन्न राज्यों से आए 100 शिल्पकारों द्वारा आकर्षक हस्तशिल्प कलाओं, वस्तुओं और कलाकृतियों का प्रदर्शन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य से बेलमेटल, लौह शिल्प, बाँस शिल्प, टेराकोटा, काष्ठ शिल्प, गोदना कला, कालीन शिल्प तथा छिंदकासा जैसी पारंपरिक कलाएँ प्रदर्शित की गई हैं। वहीं अन्य राज्यों से मिथिला पेंटिंग, गुजरात की कारीगरी, तंजौर पेंटिंग, अरी वर्क, बटिक प्रिंट, गोवा की बरु प्रिंट और एप्लिक वर्क जैसी विविध कलाओं का समावेश प्रदर्शनी को विशेष आकर्षण प्रदान करता है।
गाँधी शिल्प बाजार प्रतिदिन प्रातः 11 बजे से रात्रि 08 बजे तक दर्शकों के लिए खुला रहेगा
गाँधी शिल्प बाजार- 01 दिसम्बर से प्राश्रंभ हो गया है और 10 दिसम्बर 2025 तक प्रतिदिन प्रातः 11 बजे से रात्रि 08 बजे तक दर्शकों एवं खरीदारों के लिए खुला रहेगा। सभी कला-प्रेमियों, विद्यार्थियों और नागरिकों से अनुरोध है कि वे इस रचनात्मक, प्रेरणादायक और विविधतापूर्ण कला उत्सव का लाभ अवश्य उठाएँ। इस अवसर पर विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) के क्षेत्रीय कार्यालय, नई दिल्ली की श्रीमति आस्था अग्रवाल, सहायक निदेशक; विपणन विस्तार केन्द्र, जगदलपुर के श्री रेवतीनंदन देवांगन, एच.पी.ओ.; तथा छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के मुख्य महाप्रबंधक श्री एस.एल. धुर्वे, श्री सी.बी. तिवारी, नोडल अधिकारी सहित अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

(Bureau Chief, Korba)



