रायपुर: महल हो या झोपड़ी अपना घर अपना होता है, हर व्यक्ति का एक सपना होता है कि छांव के लिए उसका एक खुद का आशियाना हो। स्वयं का घर होने से कई सारे फायदे हैं, अपना घर व्यक्ति को वित्तीय सुरक्षा तो देता ही है। वहीं दूसरी ओर एक घर को अपना घर कहने में जो गौरव की अनुभूति होती है। इसी सपने को सरकार द्वारा साकार किया जा रहा है। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबके की भलाई के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना संचालित की जा रही है। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की सहायता से ग्रामीणों द्वारा स्वयं का आवास बनाया जा रहा है।
आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना से लोगों के सपने साकार हो रहें हैं। पीएम आवास बनाने के लिए तो दुर्ग जिले के धमधा विकास खंड के गांव राहटादाह निवासी श्री धरमूदास मारकंडे को अपना खुद का पक्का मकान बनाने के लिए राशि की स्वीकृत मिल गई। और पहला किस्त 25 हजार भी मिल गया है। इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद दिया हैं। उन्होंने बताया कि पहले उनका मकान कच्चे का था। बरसात के दिनों में बहुत दिक्कत जाती थी। अब अपना खुद का घर बन जाने से उनको दिक्कत नहीं जाएगी। इसी प्रकार सक्ती जिले के ग्राम गुड़रूकला निवासी श्री विक्रम कुमार बंजारे को भी घर बनाने के लिए राशि मिल गयी है। उन्होेंने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि अपना खुद का मकान बन जाने के बाद अपने परिवार के साथ हंसी-खुशी रहेंगे।
इसी प्रकार जशपुर जिले के पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम राजाआमा निवासी श्री कमल यादव ने कहा कि उन्हें अपना घर बनाने के लिए 1 लाख 70 हजार रूपए मिल गया है। पहले कच्चे मकान में रहने केे कारण बरसात के दिनों में सांप-बिच्छु का डर बना रहता था। और छत से पानी टपकता रहता था। रात भर हमारा परिवार सो नहीं पाता था। अब पक्का मकान का सपना पूरा हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को अपना खुद का पक्का मकान मिल रहा है। इसी प्रकार महासमुंद जिले के ग्राम डोंगल निवासी श्रीमती फूल बाई मिरी ने बताया कि घर बनाने के लिए उन्हें 1 लाख 20 हजार रूपए की राशि मिल गयी है। अब अपने परिवार के साथ पक्के मकान में आराम से रहेंगे। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है।
(Bureau Chief, Korba)