Tuesday, May 7, 2024
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रायपुर: राज्य में वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण का कार्य जोरों पर…

  • चालू वर्षा ऋतु के दौरान लगभग 3 करोड़ पौधों के रोपण एवं वितरण का लक्ष्य
  • वृक्षारोपण कार्य में फलदार पौधों का रोपण प्राथमिकता से शामिल

रायपुर: छत्तीसगढ़ में वर्ष 2023 वर्षाऋतु में वन विभाग अंतर्गत हरियाली प्रसार एवं वन संवर्धन के लिए वृक्षारोपण का कार्य जोरों पर है। इसमें विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत वृहद पैमाने पर 02 करोड़ 91 लाख 20 हजार पौधों के रोपण एवं वितरण का लक्ष्य है। जिसके विरूद्व 31 जुलाई 2023 की स्थिति में राज्य में 76 लाख 22 हजार पौधों का रोपण एवं 65 लाख 23 हजार पौधों का वितरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

राज्य में वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण का कार्य जोरों पर
चालू वर्षा ऋतु के दौरान लगभग 3 करोड़ पौधों के रोपण एवं वितरण का लक्ष्य
 वन विभाग
 वृक्षारोपण का कार्य जोरों पर
वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण का कार्य जोरों पर

उल्लेखनीय है कि विभागीय योजनांतर्गत 6 हजार 520 हेक्टेयर तथा 28 कि.मी. में 58 लाख 40 हजार पौधे, मनरेगा अंतर्गत 70 हेक्टेयर एवं 64 कि.मी. में 56 हजार 850 पौधे, कैम्पा मद अंतर्गत 2 हजार 250 हेक्टेयर में 12 लाख 87 हजार पौधे एवं अन्य योजनांतर्गत 478 हेक्टेयर 3 कि.मी. में 4 लाख 39 हजार पौधों के रोपण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

इसके अंतर्गत 5 लाख 10 हजार फलदार पौधे जिसमें आम, जामुन, बेल, कटहल, मुनगा, सीताफल, पपीता, अनार, नींबू, शहतूत, बादाम, बेर, तेंदू, गंगा ईमली, लीची, आदि, प्रजाति के पौधों का रोपण एवं 11 लाख 51 हजार लघु वनोपज एवं वनौषधि पौधे जैसे, पुत्राजीवा, काला सिरस, सिंदूरी, गरूड़, रीठा, चित्राक, एलोविरा, गिलोय, अडूसा, अश्वगंधा, सर्पगंधा, तुलसी, छोटा करोंदा आदि प्रजाति तथा 15 लाख 32 हजार बांस के पौधों का रोपण एवं वितरण किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप वन एवं जलवायु परितर्वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार विभाग द्वारा वृहद वृक्षारोपण का कार्य तेजी से जारी है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही. श्रीनिवास राव ने सभी वन मंडलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत वृक्षारोपण का कार्य समय पर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री श्री बघेल की सर्वाेच्च प्राथमिकता में से एक नदी तट रोपण के तहत विगत वर्षों की भांति वर्षाऋतु में भी प्रदेश की हसदेव, गागर, बांकी, बुधरा, बनास, जमाड़, महानदी, शिवनाथ तथा खारून नदियों के तटों पर 120 हेक्टेयर लगभग 3 लाख 55 हजार पौधों का रोपण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। यह रोपण न सिर्फ मृदा कटाव को रोकेगा, साथ ही छायादार, फलदार एवं अन्य बहुउद्देश्यों की पूर्ति भी भविष्य में स्थानीय नागरिकों की आवश्यकता के अनुरूप करेगा।

वहीं प्रदेश के मार्गों के किनारे हरियाली को बढ़ाने की दृष्टि से सड़क किनारे वृक्षारोपण अंतर्गत 146 कि.मी. 26 हजार पौधों का रोपण कार्य कर लिया गया है। यह वृहद वृक्षारोपण न सिर्फ वनक्षेत्र के अंदर होंगे अपितु वनक्षेत्र के बाहर, निजी एवं शासकीय भूमियों जैसे आंगनबाड़ी, पुलिस चौंकी, उद्यान, अस्पताल, गौठान, शमशान, शासकीय परिसर, आदि स्थानों में भी किया जाएगा।    इस प्रकार वन विभाग विभिन्न संस्थानों एवं आमजन के सामूहिक प्रयास से वर्षाऋतु में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए वृहद वृक्षारोपण तो प्रदेशभर में किया जा रहा है, जिससे भविष्य में वन आधारित निजी जरूरतों की पूर्ति और वनोपज की बिक्री से अतिरिक्त आय का साधन भी प्रदेशभर के निवासियों को प्राप्त होगा।

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