रायपुर: बेमेतरा जिले के विकासखण्ड के उत्तर दिशा में मात्र 8 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम झाल में निवास करने वाली कुंती बाई पति शिव सिंह की कहानी आज पूरे गांव के लिए प्रेरणा बन गई है। कुंती बाई एक अत्यंत गरीब मजदूर वर्ग की महिला हैं, जो वर्षों से अपने परिवार के साथ एक जर्जर खपरैल वाले कच्चे मकान में जीवनयापन कर रही थीं। हवा, पानी, गर्मी और बरसात जैसे मौसम में उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। परंतु इन कठिनाइयों को पीछे छोड़ते हुए आज वे अपने नवनिर्मित पक्के मकान में आत्मसम्मान के साथ जीवन जी रही हैं और यह संभव हो पाया है केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से।
कुंती बाई का नाम आर्थिक-सामाजिक जनगणना 2011 के आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना की स्थायी प्रतीक्षा सूची में शामिल किया गया था। वित्तीय वर्ष 2024-25 में जनपद पंचायत बेमेतरा द्वारा उन्हें आवास निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई। आज उनका पक्का आवास बनकर पूरी तरह तैयार है और वे उसमें परिवार के साथ गर्व पूर्वक रह रही हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ-साथ उन्हें केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का भी लाभ मिला है, जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता में बहुआयामी सुधार आया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत् घर में शौचालय भी बनाया गया है। सौभाग्य योजना से कुंतीबाई के घर में बिजली लग गई है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत उन्हें सस्ते दर पर खाद्यान्न प्राप्त हो रहा है। अब परिवार गंभीर बीमारी की स्थिति में भी उपचार हेतु सुरक्षित है। रसोई के लिए मुफ्त गैस कनेक्शन मिलने से धुएं से मुक्ति और स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।
आज जब गांव वाले कुंती बाई के नये पक्के घर को देखकर उनकी पुरानी जिंदगी की चर्चा करते हैं, तो सबके चेहरों पर संतोष और सरकार के प्रति आभार का भाव होता है। कुंती बाई का कहना है कि अब हमें मौसम सके डरने की जरूरत नहीं है, हमारा अपना पक्का घर है, सुरक्षित, मजबूत और आत्मसम्मान से भरा। शासन की योजनाएं सही पात्र व्यक्ति तक पहुंचती हैं, तो वह न केवल किसी एक परिवार की बल्कि पूरे समाज की दिशा बदल सकती हैं।

(Bureau Chief, Korba)