रायपुर: महासमुंद जिले के शासकीय हाई स्कूल पासिद में युक्तियुक्तकरण नीति के अंतर्गत नवपदस्थ व्याख्याताओं की नियुक्ति से विद्यालय का शैक्षणिक माहौल एक बार फिर सक्रिय हो गया है। पिछला सत्र शिक्षकों की कमी से प्रभावित रहा, जिससे नियमित अध्यापन संभव नहीं हो सका था। लेकिन शिक्षा सत्र 2025-26 की शुरुआत के साथ ही विद्यालय में तीन व्याख्याता (एल.बी.) की पदस्थापना से अब कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्र-छात्राएं नियमित रूप से विभिन्न विषयों की पढ़ाई कर पा रहे हैं।
विद्यार्थियों में पढ़ाई को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। आज के सत्र में कक्षा 9वीं के 17 और कक्षा 10वीं के 18 विद्यार्थी उपस्थित रहे, जिन्होंने अनुशासन और रुचि के साथ कक्षा में सहभागिता की। विद्यालय की स्थापना 24 जुलाई 2023 को हुई थी, लेकिन आरंभिक वर्षों में शिक्षक न होने के कारण शिक्षण व्यवस्था बाधित रही। अब युक्तियुक्तकरण के प्रभावी क्रियान्वयन से नियमित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित हो पाई है।
शिक्षा विभाग द्वारा विशेष रूप से उन विद्यालयों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो एकल शिक्षक या शिक्षक विहीन थे। ऐसे स्कूलों में आवश्यकतानुसार विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति कर छात्रों के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। शासकीय हाई स्कूल पासिद भी उन्हीं विद्यालयों में से एक है, जहां युक्तियुक्तकरण से व्यावहारिक बदलाव आया है।
विद्यालय परिवार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस पहल का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और शिक्षा विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया है। उनका विश्वास है कि इस नीति से न केवल छात्रों को विषय विशेषज्ञों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और शैक्षणिक परिणामों में सुधार दिखाई देगा। युक्तियुक्तकरण की यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में एक दूरदर्शी कदम साबित हो रही है।

(Bureau Chief, Korba)