- 08 शिक्षकविहीन स्कूलों को मिले 22
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। शासन के निर्देश पर जिले में शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की गई, जिसके तहत 08 शिक्षकविहीन स्कूलों को अब 22 शिक्षक मिल गए हैं। इस पहल से न केवल स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था सुदृढ़ हुई है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को लेकर नई उम्मीदें भी जगी हैं।

कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में यह प्रक्रिया शांतिपूर्ण, पारदर्शी और सुव्यवस्थित ढंग से पूरी की गई। अब जिले के दूरस्थ और पिछड़े इलाकों में रहने वाले बच्चों को अपने गांव में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। कलेक्टर श्री कुमार ने कहा, “शिक्षा ही सशक्त समाज की नींव है। शिक्षकविहीन स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना कर हमने शिक्षा को जन-जन तक पहुँचाने की दिशा में ठोस कदम उठाया है।
युक्तियुक्तकरण के तहत 05 प्राथमिक विद्यालयों में 13 शिक्षक पदस्थ किए गए हैं। प्राथमिक शाला घुठेली में 04 शिक्षक, बासीन, रंजकी, दानोखार में 02-02 शिक्षक, पकरिया में 03 शिक्षक, वहीं पूर्व माध्यमिक शाला अचानकमार, हाईस्कूल मुंडादेवरी, हाईस्कूल पथरगढ़ीमें 03-03 शिक्षकों की पदस्थापना की गई है।
इस पहल से गांव के पालकों ने राहत की सांस ली है। पहले जहां उन्हें अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए दूर भेजना पड़ता था, अब वहीं अपने गांव में अच्छी शिक्षा मिलेगी। पालकों ने प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों को अब सुरक्षित और सुलभ वातावरण में पढ़ाई करने का मौका मिल रहा है। मुंगेली जिले में युक्तियुक्तकरण की इस पहल ने शिक्षा व्यवस्था को एक नई दिशा दी है। इससे न केवल वर्तमान छात्रों को लाभ मिलेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी मजबूत शैक्षणिक आधार तैयार होगा। यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक और दूरगामी प्रभाव छोड़ने वाला साबित होगा।

(Bureau Chief, Korba)