- शिक्षकविहीन और एकल शिक्षक वाले विद्यालयों में अब है विषय विशेषज्ञों की मौजूदगी
रायपुर: नई शिक्षा नीति 2020 के तहत छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई शिक्षक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया शिक्षा व्यवस्था को मजबूती देने में कारगर साबित हो रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व और दूरदर्शी सोच के अनुरूप इस प्रक्रिया से जिले के स्कूलों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिले हैं। पहले जहां कई विद्यालय शिक्षक विहीन या एकल शिक्षक पर आधारित थे, वहीं अब वहां विषय विशेषज्ञ और नियमित शिक्षक उपलब्ध कराए गए हैं।

सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि विकासखंड में वर्तमान में कुल 299 शासकीय विद्यालय संचालित हैं, जिनमें 192 प्राथमिक, 82 माध्यमिक, 14 हाई स्कूल और 11 हायर सेकेण्डरी स्कूल शामिल हैं। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया से पहले यहां एक विद्यालय पूरी तरह शिक्षकविहीन था जबकि 19 विद्यालय एकल शिक्षक व्यवस्था पर निर्भर थे। अब इन सभी संस्थानों में शिक्षकों की तैनाती कर दी गई है, जिससे विद्यार्थियों को नियमित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध हो रही है।
इस पहल से विद्यालयों में न केवल शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित हुई है, बल्कि शिक्षण का स्तर भी बेहतर हुआ है। अब छात्र-छात्राएं विषयानुसार समर्पित शिक्षकों से मार्गदर्शन प्राप्त कर पा रहे हैं, जिससे उनकी समझ, प्रदर्शन और परीक्षा परिणाम में सुधार आने की उम्मीद है। शिक्षक युक्तियुक्तकरण से शैक्षणिक वातावरण अधिक अनुशासित और प्रभावी बना है। विद्यालयों में शिक्षकों की संतुलित उपलब्धता से न केवल बच्चों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा, बल्कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में यह एक बड़ा और निर्णायक कदम माना जा रहा है।

(Bureau Chief, Korba)