रायपुर: प्रदेश में शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत् विभाग द्वारा नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग श्री अरविन्द मिश्रा ने अवगत कराया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा शिक्षा गुणवत्ता पर दिये गये निर्देश तथा उक्त संबंध में शासन/उच्च कार्यालय से प्राप्त दिशा निर्देशानुसार कक्षा 05 वी, 08 वी एवं 10वीं, 12वीं में उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम हेतु जिले अंतर्गत विशेष कार्ययोजना तैयार की है। तैयार कार्ययोजना के सफल क्रियान्वयन हेतु जिले अंतर्गत कार्यरत समस्त अधिकारियों के मध्य विकास खण्डवार तथा विकास खण्ड स्तर पर विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं संकुल समन्वयकों के मध्य सतत निरीक्षण किया जा रहा है।
नवोदय परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है
जिले एवं विकास खण्ड स्तर पर सतत मॉनिटरिंग जारी है। निरीक्षण के दौरान विलम्ब से शाला आने अथवा समय पूर्व शाला से जाने वाले शिक्षकों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर उन्हें शाला समय व अनुशासन का ध्यान रखने तथा शिक्षा गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया जा रहा है। इसका उद्देश्य यह है कि यह संदेश अन्य शिक्षकों तक पहुंचे और वे शाला समय तथा शिक्षा गुणवत्ता पर ध्यान केन्द्रित करें। इसके विपरीत, शासकीय प्राथमिक शाला आलबरस के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि वहां पदस्थ सहायक शिक्षक श्री विनोद कुमार साहू द्वारा शाला समय से एक घंटा पूर्व बच्चों को शाला बुलाया जाकर नवोदय परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है।
शिक्षा गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सतत कार्य
इसी प्रकार इसी संस्था की सहायक शिक्षक सुश्री रेखा ठाकुर द्वारा भी समय पूर्व बच्चों को शाला बुलाकर परीक्षा की तैयारी कराते पाये जाने पर, उन कर्मचारियों द्वारा छात्र हित में किए जा रहे कार्यों की सराहना भी की गई, ताकि भविष्य में अन्य शिक्षकगण उनका अनुसरण कर सकें। भविष्य में छात्र-छात्राओं के प्रति समर्पित ऐसे कर्मचारियों की सराहना अवश्य संभावित है। यह कार्य केवल छात्र-छात्राओं के हितार्थ सतत जारी रखा जायेगा। अतः शिक्षकों की गैरहाजिरी तथा शिक्षा गुणवत्ता बढ़ाने के लिए की जा रही कार्यवाही के विषय में प्रकाशित खबर भ्रामक है। समाचार में उल्लेखित शिक्षकों की ‘ज्यादातर गैरहाजिरी’ का तथ्य पूर्ण रूप से सही नहीं है।

(Bureau Chief, Korba)