- सहभागी और व्यवहारिक विलेज एक्शन प्लान बनाने के निर्देश
रायपुर: धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत संचालित आदि कर्मयोगी अभियान की समीक्षा बैठक आज कलेक्टर सभाकक्ष गरियाबंद में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता अभियान के राज्य प्रभारी एवं ट्राईफेड भारत सरकार के प्रबंध संचालक श्री एम. राजमुरुगन (आईपीएस) ने की।
बैठक में कलेक्टर श्री बी.एस. उईके, जिला पंचायत सीईओ श्री प्रखर चंद्राकर, अपर कलेक्टर श्री नवीन भगत सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया गया कि जिले के जनजातीय बाहुल्य एवं विशेष पिछड़ी जनजाति (कमार) बहुल ग्रामों में विभिन्न विभागों की योजनाओं का क्रियान्वयन तेजी से किया जा रहा है।
श्री राजमुरुगन ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि तैयार किए जा रहे विलेज एक्शन प्लान सहभागी और व्यवहारिक हों। उन्होंने अधोसंरचना विकास के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, कौशल उन्नयन तथा रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि ग्राम सभाओं की सक्रिय भागीदारी से तैयार योजनाएँ वर्ष 2030 तक स्थायी विकास की आधारशिला सिद्ध होंगी। बैठक में जानकारी दी गई कि जिले के अधिकांश ग्रामों का विलेज एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है तथा शेष ग्रामों का कार्य शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। 2 अक्टूबर से आयोजित ग्राम सभाओं में इन योजनाओं को अनुमोदन हेतु प्रस्तुत किया जाएगा।
राज्य प्रभारी श्री राजमुरुगन ने अब तक अभियान के तहत हुई प्रगति की सराहना की और अधिकारियों से बेहतर समन्वय एवं टीम भावना के साथ कार्य करने पर बल दिया। उन्होंने फील्ड स्तर पर कार्यरत कर्मयोगियों एवं अधिकारियों को उनकी सक्रिय भूमिका के लिए बधाई दी। बैठक में आदिवासी विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, खाद्य, राजस्व, विद्युत, पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभागों के अधिकारीगण शामिल हुए।

(Bureau Chief, Korba)