Friday, July 4, 2025

रायपुर : खरीफ सीजन की मजबूत तैयारी, पिछले साल की तुलना में अब तक 141 प्रतिशत सुपर फास्फेट और 125 प्रतिशत एनपीके खाद मिला

  • किसानों के लिए समय पर सुनिश्चित की जा रही खाद-बीज की उपलब्धता
  • बेमेतरा में 2649 मीट्रिक टन एसएसपी और 515 मीट्रिक टन एनपीके समितियों में उपलब्ध

रायपुर (BCC NEWS 24): बेमेतरा जिले में खरीफ फसलों की बोनी लगभग पूर्णता की स्थिति में है। कई जगहों पर धान की रोपाई का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। इस बीच किसानों को खाद और बीज की कोई कमी न हो, इसके लिए बेमेतरा जिला प्रशासन और कृषि विभाग की ओर से व्यापक तैयारी की गई है। जिला प्रशासन द्वारा खरीफ सीजन की तैयारियों की निरंतर समीक्षा की जा रही है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष बेमेतरा जिले में गत वर्ष की तुलना में 141 प्रतिशत सिंगल सुपर फास्फेट और 125 प्रतिशत एनपीके खाद की आपूर्ति हो चुकी है। डीएपी खाद के मुकाबले एसएसपी और एनपीके खाद भी अत्यंत उपयोगी और पोषक तत्वों से भरपूर हैं। एसएसपी में 16 प्रतिशत फास्फोरस और 11 प्रतिशत सल्फर होता है, जो फसलों की बेहतर वृद्धि के लिए लाभकारी है।

कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन ने इस वर्ष सहकारी समितियों और निजी दुकानों को खाद आबंटन का अनुपात 70:30 रखा है, जबकि पहले यह 60:40 था। इस व्यवस्था के तहत 70 प्रतिशत या इससे अधिक खाद रैक पॉइंट से मार्कफेड के माध्यम से बेमेतरा को प्राप्त हो रहा है। बेमेतरा जिले को अब तक कुल 51 हजार 054 मीट्रिक टन खाद प्राप्त हो चुकी है, जो इस वर्ष के संशोधित लक्ष्य 65 हजार 015 मीट्रिक टन का करीब 79 प्रतिशत है। यह पिछले वर्ष के कुल खाद वितरण का 84 प्रतिशत है। जिले में किसानों को अब तक 42 हजार 988 मीट्रिक टन खाद का वितरण हो चुका है, जो कुल उपलब्धता के 66 प्रतिशत से अधिक है।

बेमेतरा जिले में डीएपी खाद की मांग को ध्यान में रखते हुए संशोधित लक्ष्य 5667 मीट्रिक टन के विरुद्ध अब तक 6343 मीट्रिक टन का भंडारण किया जा चुका है। इस प्रकार जिले में 112 प्रतिशत डीएपी खाद की आपूर्ति हो चुकी है। डीएपी की सीमित उपलब्धता को देखते हुए किसानों को एसएसपी और एनपीके खाद का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। सभी सहकारी समितियों में बैनर और पोस्टर के माध्यम से इसकी जानकारी दी जा रही है। किसानों को जागरूक कर बताया जा रहा है कि डीएपी के विकल्प के रूप में एसएसपी और एनपीके खाद भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उत्तम हैं।

इस साल रिकॉर्ड बीज वितरण

बेमेतरा जिले में इस वर्ष बीज वितरण में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। पिछले वर्ष 19 हजार 742 क्विंटल बीज किसानों को वितरित किया गया था, जबकि इस वर्ष अब तक 22 हजार 375 क्विंटल बीज वितरित किया जा चुका है। खेती-किसानी के प्रति किसानों की तत्परता और प्रशासन की प्रभावी रणनीति के फलस्वरूप गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष किसानों को 113 प्रतिशत से अधिक बीज वितरित किए गए हैं। 

किसानों से शीघ्र खाद-बीज के उठाव की अपील

राज्य शासन ने किसानों से जल्द पर्याप्त मात्रा में खाद और बीज के उठाव की अपील की है। किसानों को समय पर खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराना शासन और प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पंजीकृत किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से उनकी जरूरत के अनुसार खाद-बीज का वितरण पारदर्शी ढंग से हो सके, इसकी व्यवस्था बनाई जा रही है। बेमेतरा जिला प्रशासन ने कृषि विभाग और सहकारिता विभाग के मैदानी अधिकारियों को किसानों को डीएपी खाद के विकल्प के रूप में सिंगल सुपर फास्फेट और एनपीके खाद की उपयोगिता के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए हैं, ताकि वे वैज्ञानिक विधि से खेती कर बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकें। 

कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में बेमेतरा जिले में 2649 मीट्रिक टन एसएसपी और 515 मीट्रिक टन एनपीके खाद समितियों में उपलब्ध है। सरकार द्वारा चालू खरीफ सीजन में खाद-बीज की समुचित उपलब्धता, वितरण और किसानों के मार्गदर्शन की पुख्ता व्यवस्था की गई है। इससे जिले में कृषि कार्यों को अच्छी गति मिल रही है। उत्पादन में वृद्धि की संभावना भी मजबूत हो रही है।


                              Hot this week

                              रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार के किसान हितैषी निर्णयों से खेती में उत्साह

                              जशपुर जिले में उर्वरक उठाव में 16.13 प्रतिशत और...

                              Related Articles

                              Popular Categories

                              spot_imgspot_img