रायपुर। रायुपर शहर अनुपम नगर में मस्जिद के सामने शुक्रवार को दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। ऑटो रिक्शा चालक सलमान कुछ सामान लेकर डिलीवरी करने डॉ. संध्या राव के घर के पास पहुंचे, तो उन पर दो पिटबुल कुत्तों ने हमला कर दिया।
पिटबुल कु्तों के हमले में घायल युवक इलाज के बाद थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा।
एक कुत्ते ने घुटने के पास बुरी तरह काटा। एक तरफ कुत्ता घुटने के पास दांत गड़ाकर उन्हें अपनी तरफ नोच रहा था। दूसरी तरफ वे अपने पैर को कुत्ते के जबड़े से छुड़ा रहे थे। उनके घुटने में बड़ा घाव हो गया और वे दर्द से कराहते हुए सामने ही सड़क पर खड़ी कार के बोनट पर जाकर बैठ गए।
डॉक्टर के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया केस
आसपास के लोगों द्वारा उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज हुआ। युवक ने इलाज के बाद खम्हारडीह थाने में शिकायत करने पहुंचा। इस पर थाना पुलिस ने खूंखार कुत्तों के रख रखाव में लापरवाही बरतने पर पिटबुल कुत्तों के मालिक डॉ. अक्षय राव के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
इस मामले को लेकर आसपास के लोगों ने बताया कि यह कोई पहली बार की घटना नहीं है। डॉ. संध्या के घर में तीन कुत्ते हैं, जो काफी खूंखार हैं। इनमें दो पिटबुल और एक अन्य कुत्ता है।
पैसा देकर सलटा दिया जाता है मामला
इस क्षेत्र के लोगों ने बताया कि इन कुत्तों के काटने की यह कोई पहली घटना नहीं है। यहां कॉलोनी में रहने वाले सभी लोग दहशत में रहते हैं। डॉ. राव अपने बेटे के साथ यहां रहती हैं। उन्होंने तीन कुत्ते पाल रखे हैं।
कुत्ते लगातार लोगों पर हमला करते हैं। इसके पहले कामवाली बाई, माली सहित पांच लोगों को कुत्तों ने काटा, लेकिन पीड़ितों की आवाज पैसा देकर दबा दी गई। हर बार पीड़ितों का इलाज कर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है, लेकिन इस बार के मामले के बाद वहां के पड़ोसियों ने एफआईआर कराने की बात कही है।
रायपुर नगर निगम करेगा कार्रवाई
अनुपम नगर में पिटबुल कुत्तों के काटने का मामला सामने आया है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को मैंने नियमानुसार कार्रवाई के लिए निर्देशित कर दिया है। यह बहुत ही गलत है कि कोई काम करने जा रहा है तो वहां उसे पालतू कुत्ते काटें। निगम इसमें कड़ी कार्रवाई करेगा। – अबिनाश मिश्रा आयुक्त, नगर निगम, रायपुर।
हॉस्पिटल में मरीज की जगह अटेंडर का लिखते हैं नाम
पड़ोसियों ने बताया कि एक तरफ डॉक्टर के खूंखार कुत्ते लगातार लोगों पर हमला कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आरोग्य हॉस्पिटल में मरीजों को ले जाने पर उनकी जगह अटेंडर का नाम दर्ज किया जाता है। इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या हॉस्पिटल वालों को पहले से पता चल जाता है कि उस व्यक्ति को डॉक्टर के कुत्ते ने काटा है। इसलिए मरीज की जगह अटेंडर का नाम लिखा जाता है।
(Bureau Chief, Korba)