देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) पर रिजर्व बैंक (RBI) ने 1.72 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना बैंकिंग नियमों का पालन न करने करने पर लगाया गया है।
RBI ने SBI पर ग्राहकों को अनअथॉराइज्ड डिजिटल ट्रांजैक्शन में नुकसान होने पर समय पर कॉम्पेंसेशन नहीं देने और करंट अकाउंट खोलने में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
3 पॉइंट में समझें पूरा मामला
- आरबीआई ने 31 मार्च 2023 को SBI की वित्तीय स्थिति की जांच की थी। जांच में पाया गया कि SBI ने ‘लोन एंड एडवांसेज’ से जुड़े नियमों का उल्लंघन किया। बैंक ने सरकारी सब्सिडी/रिइंबर्समेंट पर आधारित ब्रिज लोन दिया, जो नियमों के खिलाफ है।
- ग्राहक सुरक्षा के मामले में भी SBI पीछे रहा। अनअथॉराइज्ड डिजिटल ट्रांजैक्शन होने पर ग्राहकों के अकाउंट में 10 दिनों के भीतर पैसे नहीं लौटाए और 90 दिनों में कॉम्पेंसेशन देने में देरी की।
- करंट अकाउंट खोलने में भी नियमों की अनदेखी हुई।

RBI ने कहा SBI को नोटिस दिया जवाब संतोषजनक नहीं था
आरबीआई ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा, यह जुर्माना सिर्फ नियमों का पालन न करने पर लगाया गया है। बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट, 1949 के तहत यह जुर्माना लगाया है। SBI को पहले नोटिस देकर जवाब मांगा गया, लेकिन बैंक का जवाब संतोषजनक नहीं था।
2022 में 1.3 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था
यह पहली बार नहीं है जब SBI पर आरबीआई ने जुर्माना लगाया है। 2022 में भी बैंक पर 1.3 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया था। इससे पहले 2020 में SBI समेत 5 बैंकों पर करंट अकाउंट नियमों का उल्लंघन करने पर 4.5 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा था।
SBI की इनकम ₹1.44 लाख करोड़ पहुंची
बैंक ने बताया जनवरी-मार्च तिमाही में उसे 18,643 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (स्टैंड अलोन नेट प्रॉफिट) हुआ है। हालांकि, सालाना आधार पर इसमें 10% की कमी आई है। जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक की टोटल इनकम सालाना आधार पर 12.04% बढ़कर 1,43,876 करोड़ रुपए रही।
पिछले साल की समान तिमाही में यह 1,28,412 करोड़ रुपए रही थी। वहीं, पिछली तिमाही के मुकाबले यह 11.99% ज्यादा रही।

(Bureau Chief, Korba)