बलौदाबाजार: जिले में डबरी किनारे मिली युवती की लाश मामले में हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। असल में उसकी हत्या की गई थी। हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके ही बॉयफ्रेंड ने की थी। दोनों साथ में शादी करने के लिए निकले थे। मगर रास्ते में दोनों का विवाद हो गया। जिसके बाद युवक ने लड़की पर रॉड से हमला कर दिया, फिर तड़पता हुआ उसे वहीं छोड़कर भाग गया था। मामले में पुलिस ने आरोपी युवक को अरेस्ट कर लिया है। मामला पलारी थाना क्षेत्र का है।
गिधपुरी पलारी मार्ग से करीब 100 मीटर अंदर कौड़िया गांव का मुक्तिधाम है। यहां रविवार सुबह लोग अपने-अपने खेतों पर गए हुए थे। इसी दौरान एक शख्स डबरी तक गया, तब उसे बदबू आई। इस पर वह पास तक गया। जिसके बाद उसने देखा कि डबरी किनारे एक युवती का शव पड़ा हुआ है
आधार कार्ड से हुई पहचान
आस-पास कुछ कुत्ते भी घूम रहे थे। लड़की का शव औंधे मुंह जमीन पर पड़ा था। इसके बाद लोगों की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस की टीम पहुंची। फिर फॉरेंसिक की टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया गया था। इसके बाद पुलिस ने मामले में जांच शुरू की।
शुरुआत में पुलिस को युवती के बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही थी। इस बीच फॉरेंसिक की टीम ने युवती के शव की पड़ताल की। इस पर उसके जेब से पुलिस को उसका आधार कार्ड मिला था। आधार कार्ड के आधार पर ही युवती की पहचान तूरमा निवासी आश्मा मनहरे पिता धरम मनहरे(21) के रूप में की थी।
3 दिन बाद मिली युवती की लाश सड़ चुकी थी।
4 साल से प्रेम प्रसंग था
शव की पहचान होने पर युवती के परिजनों को इस बारे में जानकारी दी थी। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे। उनसे पूछताछ की गई थी। पूछताछ में पता चला कि आश्मा का प्रेम प्रसंग पास के मिर्गी गांव के रहने वाले दिनेश सेन पिता जितेंद्र सेन (22साल) से चल रहा था। परिजनों ने बताया कि दोनों के बीच लगभग 4 साल से संबंध था।
घर में था बॉयफ्रेंड
उन्होंने बताया कि लड़की 29 जून की रात से गायब थी। हमने पता करने के लिए परिजनों से पूछताछ की थी। प्रेमी दिनेश के घर भी गए थे। मगर वह घर में था। इस वजह से उन्हें दिनेश पर शक नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत भाटापारा ग्रामीण थाने में की थी।
युवती बीएससी की छात्रा थी।
आरोपी ने क्या कुछ बताया.. वह पढ़िए..
परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी दिनेश को हिरासत में लिया था। हिरासत लेकर जब दिनेश से पूछताछ की गई, तब दिनेश ने बताया कि 29 तारीख की रात को आश्मा का फोन आया था। वो मुझसे शादी करने के लिए कह रही थी। मैंने उसे समझाया कि अभी नहीं करते, मगर वह नहीं मानी।
दूसरे लड़के से बात करने का शक था
इसके बाद मैं रात को ही उसके घर गया। फिर वो मेरे साथ आ गई। हम दोनों बाइक से ही रायपुर जा रहे थे। इस बीच रास्ते में मुक्तिधाम के पास मेरा विवादा हो गया उससे। असल में मुझे शक था कि वो किसी और लड़के से बात करती है। इसलिए मैंने उससे इतना ही पूछा था, लेकिन इसी बात को लेकर हमारा काफी झगडा हो गया।
मुक्तिधाम के डबरी किनारे मिला था युवती का शव।
आरोपी ने बताया कि झगड़ा इतना बढ़ गया कि मैं रोड से अंदर मुक्तिधाम में गया। वहां मैंने बाइक में पहले से ही रखी रॉड निकाली और आश्मा पर कई वार किए। इससे वह खून से लथपथ होकर वहीं गिर गई थी। वह तड़प रही थी। मगर मैंने वहां से भागना ही ठीक समझा। उसे तड़पता हुआ डबरी के पास छोड़कर फरार हो गया। इसके बाद से मैं घर में ही था। पुलिस ने इस बयान के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
फॉरेसिंक की टीम ने इलाके को सील कर दिया था।
भाई से थी पहचान, इसी वजह से घर आना-जाना बढ़ा
बताया गया है कि आरोपी दिनेश गांव में ही सैलून चलाता था। इस वजह से उसकी पहचान आश्मा के भाई से हो गई थी। भाई से पहचान होने के कारण वह युवती के घर जाया करता था। इस वजह से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। उधर, युवती बलौदाबाजार कॉलेज में BSC की छात्रा थी। वह अपने घर में सबसे छोटी थी। बाकी भाई-बहन की शादी हो चुकी थी। उसके पिता की 4 साल पहले मौत हो चुकी थी।