छत्तीसगढ़: दुर्ग में रिटायर्ड टीआई की 59 वर्षीय पत्नी ने मिट्टी तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर लिया। बताया जा रहा है कि महिला मानसिक रूप से बीमार थी। घटना के समय घर में टीवी देख रही थी। टीवी में किसी के जल जाने का सीन आया। इससे महिला इतने आवेश में आ गई कि घर में रखा मिट्टी का तेल अपने ऊपर छिड़ककर आग लगा लिया।
90 प्रतिशत झुलस जाने से महिला की हालत गंभीर है। उसे सेक्टर 9 हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मामला दुर्ग के पद्मनाभपुर चौकी क्षेत्र अंतर्गत बोरसी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी एमआईजी 1/299 का है। यहां रिटायर्ड टीआई सुरेंद्र उइके अपनी पत्नी खिमरन उइके और बच्चों के साथ रहते हैं। सीएसपी दुर्ग वैभव बैंकर ने बताया कि घटना एक नवंबर रात की है। प्राथमिक पूछताछ पता चला कि महिला रात 11.30 बजे के करीब घर में टीवी देख रही थी। सीरियल में आग जलने का सीन देखकर घटना को अंजाम दिया है।
फाइल फोटो।
पुलिस ने महिला का बयान लेने के लिए तहसीलदार को भी बुलाया था, लेकिन महिला की हालत गंभीर होने से बयान नहीं हो पाया है। पद्मनाभपुर चौकी प्रभारी राजीव तिवारी खुद मामले में बयान लेने शनिवार को महिला के घर गए हैं। इसके बाद सेक्टर 9 में महिला का बयान लेने की कोशिश की जाएगी।
पद्मनाभपुर पुलिस इस केस में अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है।
पति ने दिया कुछ और बयान
एक तरफ जहां महिला और घर के लोगों ने खुद से आग लगाने की जानकारी दी, तो वहीं महिला का पति सुरेंद्र उइके कुछ और ही बयान दे रहा है। उसका कहना है कि रात के समय महिला घर के रद्दी कागज को जला रही थी। अचानक वो आग की चपेट में आ गई और जल गई। दो अलग-अलग बयान होने से पुलिस जांच को दूसरे एंगल से भी ले रही है। पुलिस का कहना है कि घटना के समय घर में महिला के लड़के भी थे।
CSP वैभव बैंकर।
उधर, इस मामले में पता चला है कि घटना के वक्त महिला के दोनों लड़के घर पर ही थे। मगर वह ऊपर के कमरे में सो रहे थे। एक बेटा बाहर नौकरी करता है, वह इन दिनों घर पर ही आया हुआ है। वहीं पति अपने कमरे में सो रहा था। घटना वाले दिन महिला के भाई-भाई भी आए हुए थे। लेकिन अचानक महिला की आवाज सुनकर सभी नीचे आ गए थे। इस केस में पुलिस पारिवारिक विवाद वाले एंगल से भी जांच कर रही है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। फिलहाल मामले में जांच जारी है। बताया गया है कि रिटायर्ड पति खुर्सीपार और जामुल थाने में पदस्थ रहा है।
डॉक्टर क्या कहते हैं
इस घटना के बाद हमने सीनियर साइकोलॉजिस्ट डॉ.प्रमोद गुप्ता से बात की है। डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि इंसान 2 से कारणों से ऐसा हो सकता है। पहला आदमी जब काफी गुस्से में हो, फिर परिवार में ऐसी पारिवारिक स्थितियां निर्मित हों, तब इंसान ऐसा कर सकता है। मतलब उसके मन में कोई बात लग गई हो।
दूसरा बहुत दिनों से ऐसा सोच रहा हो, उसे विकल्प के रूप में कुछ दिख नहीं रहा था कि कैसे क्या करूं, अचानक उसने ऐसा देख लिया। जिससे उसने ऐसा कदम उठाया है। तीसरा है वह मानसिक रूप से काफी बीमार है। उसी वक्त उसने ऐसा कुछ देख लिया और ऐसा खौफनाक कदम उठा लिया।