काेरबा (BCC NEWS 24): शहर के सीतामणी गाेकुलगंज में घटना गुरुवार रात करीब 10.30 बजे हुई, जहां निवासरत दुग्ध व्यापारी गणेश यादव के मंझले पुत्र नितेश (23) का माेतीसागरपारा के युवाओं से शुक्रवार को एक नेता के जन्मदिन उत्सव कार्यक्रम में विवाद हाे गया था। इनमें से 4-5 युवक गुरुवार की रात 10.30 बजे नितेश के घर के पास पहुंचे, जहां उनके बीच फिर झगड़ा हुआ। युवक वहां से वापस चले गए, फिर 15-20 की संख्या में युवा नितेश के घर पहुंचे। सभी नशे में थे और उनके हाथ में लाठी, डंडा, राॅड, तलवार व शाॅकप पाइप था।
गाली-गलाैज कर घर में ताेड़फाेड़ कर अंदर घुस गए। इस दाैरान उनके आतंक से घबराए यादव परिवार के सभी सदस्य खुद काे एक कमरे में अंदर से बंद कर छिप गए थे। युवक वहां उत्पात मचाते रहे। कमरे में रखे 3 एक्टिवा काे क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दाैरान घटना से अनजान गणेश का बड़ा पुत्र कृष्णा (26) काम कर लाैटा। युवकाें ने हथियाराें से उस पर ही हमला कर दिया। कृष्णा पर हमले की जानकारी हाेते ही छाेटा भाई रिंकू उसे बचाने निकला ताे उससे भी मारपीट की गई।
इस दाैरान सिर पर चाेट लगने से खून अधिक बहने से कृष्णा की माैके पर ही माैत हाे गई। रिंकू ने किसी तरह वापस घर में घुसकर अपनी जान बचाई। घटना के बाद देर तक नशेड़ी युवा वहां आतंक मचाते रहे। सूचना मिलने पर 2 घंटे बाद पुलिस माैके पर पहुंची। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू हुई। शुक्रवार दाेपहर तक घटना में शामिल 12 आरोपी काे हत्या समेत अन्य धारा के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। शहर में उनका जुलूस निकाला गया। इसके बाद न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
गिरफ्तार आरोपी
अनिकेत सिंह, राजेंद्र गोड़, गौतम गोड़, राकेश गोड़, भुनेश्वर साहू उर्फ चिकी पांडे, संदीप यादव, उपदेश साहू, राहुल बेलदार, जयराम सोनी, सनी यादव, शरद भाई उर्फ चिन्ना व संजू यादव हैं।
आतंक ऐसा कि आसपास के लाेग भी घराें में दुबके रहे
सभी आराेपी माेतीसागरपारा के रहने वाले हैं और आदतन नशेड़ी हैं। घटना के दाैरान उनका आतंक ऐसा था कि जहां यादव परिवार घर के अंदर छिपा रहा। डर ऐसा कि उन्हें बचाने के लिए काेई पड़ाेसी भी बाहर नहीं निकला। न ही किसी ने पुलिस काे घटना की सूचना दी। लाेग अपने-अपने घराें में दुबके रहे।
शांत-स्वभाव का था कृष्णा ऑटो डील में करता था काम
गणेश यादव के 5 बेटाें और 1 बेटी में कृष्णा सबसे बड़ा था। वह रिकांडाे राेड पर प्रेस क्लब के सामने स्थित ऑटो डील में काम करता था। परिवार चलाने में पिता की मदद करता था। लाेगाें के मुताबिक कृष्णा शांत स्वभाव का था। हमलावरों से न ताे उसकी दाेस्ती थी और न ही काेई विवाद था।
एसपी ने ली डायल 112 के कर्मियाें की मीटिंग, दिए निर्देश
गाेकुलगंज में हुए हत्याकांड में डायल 112 की टीम के देर तक नहीं पहुंचने की बात सामने आने के बाद शुक्रवार काे एसपी संताेष सिंह ने इसकी जानकारी ली। इसमें व्यस्तता की वजह से रिस्पांस टाइमिंग में टीम के नहीं पहुंचने की बात सामने आई। तब उन्हाेंने डायल 112 के कर्मियाें की मीटिंग ली, जिन्हें रिस्पांस टाइम कम से कम रखने का निर्देश दिए। साथ ही छोटी से छोटी घटना को भी गंभीर मानकर रिस्पांस करने और मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कार्य करने की समझाइश दी।
112 की मदद नहीं मिली समय पर आती पुलिस ताे बच जाती जान
कृष्णा की मां नंदिनी यादव, बहन मंजू व भाई ईशू के मुताबिक रात में जब नशे में धुत युवकों ने उनके घर पर हमला किया, ताे वे छिप गए थे। मदद के लिए उन्हाेंने कई बार माेबाइल से 112 काे सूचना दी, जहां से थाेड़ी देर में टीम पहुंचने की बात कही जाती रही, लेकिन न ताे 112 की टीम आई और न ही पुलिस। बाद में काेतवाली टीआई के नंबर पर काॅल किया, तब पुलिस टीम पहुंची।