छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा जिले में 72 साल की एक बुजुर्ग महिला को उसके मुंह बोले बेटे-बहू ने पीट-पीटकर घर से बाहर निकाल दिया है। महिला पिछले 2 सप्ताह से बेघर हो यहां-वहां भटक रही है। कभी सड़क पर सोती तो कभी किसी परिचित के घर जा कर शरण लेती है। जब भूख लगती तो लोग मानवता के नाते बुजुर्ग महिला को खाना खिलाते हैं। महिला का आरोप है कि, बेटा-बहू ने उसका घर हड़पने के लिए ऐसा किया है। मामले की शिकायत महिला ने दंतेवाड़ा कलेक्टर से भी की है। महिला ने बताया कि कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि न्याय जरूर मिलेगा।
महिला उषा बैरागी (72) गीदम नगर पंचायत के वार्ड नंबर 1 की रहने वाली हैं। मेहनत मजदूरी कर महिला ने लगभग 6-7 साल पहले शिशु मंदिर स्कूल के पीछे अपना घर बनाया है। महिला का एक सगा बेटा भी है जो उसको छोड़कर बीजापुर में रहता है। बुजुर्ग महिला को अकेले देख इनके गांव का एक युवक समल बैरागी जिसे ये अपना मुंहबोला बेटा कहती है वो अपनी पत्नी को लेकर उसके घर आ गया। बुजुर्ग की देखभाल करने की बात कहकर वहीं रहने लगा। फिर रोज शराब पीकर आने लगा और पत्नी के साथ मिलकर हर दिन पिटाई करने लगा था।
टैक्स की रसीद।
बेटा-बहू ने कमरा में बंद कर मारा
महिला का आरोप है कि बेटा-बहू ने घर से निकलने को कहा था। जब नहीं गई तो कमरे में बंद कर बांस के डंडे से बेदम पिटाई की। मार-मार कर अधमरा कर दिया। फिर बेहोशी की हालत में सड़क पर फेंक दिया। लोगों को इसकी जानकारी मिली। जिसके बाद थाने में शिकायत की गई। महिला को पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया। लेकिन, बेटा-बहू पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इलाज के बाद जब महिला घर लौटी तो फिर से उसकी पिटाई की गई थी। बुजुर्ग महिला ने बताया कि उसका सगा बेटा भी ध्यान नहीं देता है।
पेटी का ताला तोड़ जेवरात हड़पने का भी आरोप
उषा ने बताया कि मकान टैक्स उसी के नाम का आता है। हर साल लगभग 300 रुपए टैक्स का देती हूं। विधवा पेंशन भी बेटा-बहू निकाल लेते हैं। आरोप है कि उसके पेटी का ताला तोड़कर उसमें रखे सोने -चांदी के जेवरात भी निकाल कर बेच दिए हैं। मेहनत कर घर में पंखा, लाइट, टीवी सब कुछ खरीदी थी। इन सामानों को भी बेच दिए हैं। बैंक समेत अन्य जरूरी दस्तावेज को भी ले लिया है।
अधिकार मांगा तो समाज ने कहा- पागल है
महिला का आरोप है प्रताड़ना से तंग आकर जब समाज के कुछ जिम्मेदार लोगों से उसने मुलाकात की और अपना दुखड़ा सुनाया तो उन्होंने मुझे पागल कह दिया। महिला ने कहा कि मैं पागल नहीं हूं। अपना अधिकार मांग रही हूं। चाहे तो मेरा मेडिकल टेस्ट करवा लें। उषा ने दैनिक भास्कर के माध्यम से न्याय दिलाने की प्रशासन से गुहार लगाई है। इधर, गीदम नगर पंचायत के CMO कृष्णा राव ने कहा है कि यह घरेलू मामला है। हमारे पास भी महिला आई थी। हम पुलिस के साथ घर जाएंगे और दोनों पक्षों को सुन उचित कार्रवाई करेंगे।