सियोल: साउथ कोरिया में मुआन एयरपोर्ट पर जेजू एयर का विमान क्रैश हो गया। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक विमान में 175 पैसेंजर और 6 क्रू मेंबर समेत 181 लोग थे। 177 शव बरामद किए जा चुके हैं।
रेस्क्यू टीम ने 2 लोगों को जिंदा बचा लिया गया। बाकी 2 यात्रियों के भी मारे जाने की आशंका जताई गई है। मरने वालों में 82 पुरुष और 84 महिलाएं हैं। 11 शवों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है।
हादसा भारतीय समय के मुताबिक रविवार सुबह 5:37 बजे (लोकल टाइम सुबह 9:07 बजे) हुआ। बैंकॉक से आ रहा प्लेन एयरपोर्ट पर लैंड करने वाला था, लेकिन लैंडिग गियर में खराबी की वजह से विमान के पहिए नहीं खुले।
इमरजेंसी में विमान की बेली लैंडिंग कराई गई। इसमें प्लेन की बॉडी सीधे रनवे से टकराती है। इस दौरान विमान रनवे पर फिसलता हुआ एयरपोर्ट की बाउंड्रीवाल से जा टकराया। उसमें धमाके के साथ आग लग गई।
इधर रॉयटर्स ने खबर दी है कि हादसे के पहले मुआन एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) से प्लेन से पक्षी टकराने का अलर्ट भेजा गया था। प्लेन के लैंडिंग गियर में खराबी की एक वजह यह भी हो सकती है।
जलते हुए विमान की 4 तस्वीरें…
जेजू एयरलाइन्स की फ्लाइट 2216 बैंकॉक से आ रही थी। एयरपोर्ट फेंस से टकराकर उसमें आग लग गई।
फेंस से टकराने के साथ ही तेज धमाका हुआ और विमान की पूरी बॉडी आग से घिर गई, कुछ देर में फ्रेम जल गया।
रेस्क्यू एजेंसीज को आग पर काबू पाने में मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि प्लेन का फ्यूल तेजी से जल रहा था।
घटनास्थल से उठता धुएं का गुबार। आग के चलते विमान के पिछले गेट से लोगों को रेस्क्यू करने की कोशिश गई।
दो बार लैंडिंग की कोशिश की, दूसरी बार में हादसा जेजू एयरलाइन का जो प्लेन क्रैश हुआ है, वह अमेरिकी कंपनी बोइंग का 737-800 प्लेन था। प्लेन ने एयरपोर्ट पर लैंडिंग के लिए दो बार कोशिश की। पहली बार में लैंडिग गियर नहीं खुलने की वजह से प्लेन लैंड नहीं हो पाया था। इसके बाद प्लेन ने एयरपोर्ट का एक चक्कर लगाया था।
पायलट ने दूसरी बार प्लेन को बिना लैंडिग गियर के ही बैली लैंडिंग (बॉडी के बल) कराने का फैसला किया। कई मीडिया रिपोर्ट्स में मुताबिक प्लेन के विंग से पक्षी के टकराने का दावा किया जा रहा है। इसकी वजह से लैंडिग गियर खराब हुआ और लैंड करते वक्त खुल नहीं पाया।
आग बुझाने में 43 मिनट लगे, तब तक प्लेन पूरा जल गया मुआन एयरपोर्ट के दमकल अधिकारी ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए बताया कि प्लेन में लगी आग पर काबू पा लिया गया है। हालांकि आग को बुझाने में 43 मिनट का वक्त लगा।
फिलहाल क्रैश साइट पर बचाव कार्य जारी है। ज्यादातर लोग प्लेन के पिछले हिस्से में थे, उन्हें वहां से बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। प्लेन में सवार यात्रियों में 173 साउथ कोरियाई और 2 थाईलैंड के नागरिक थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिंदा बचे दोनों लोग क्रू मेंबर्स हैं।
रेस्क्यू की 4 तस्वीरें…
जब तक आग पर काबू पाया गया, प्लेन की पूरी बॉडी जल चुकी थी। 100 से ज्यादा लोग मारे जा चुके थे।
बचाव कर्मी मौके पर पहुंचे हैं और जल चुके प्लेन से लोगों को निकालने में लगे हुए हैं।
विमान का अगला हिस्सा पूरी तरह जल गया, रेस्क्यू वर्कर्स ने विमान के पिछले हिस्से से शव निकालने की कोशिश की।
तस्वीर दमकल विभाग के कर्मियों की है, जहां वे हादसे वाली जगह पर लोगों की खोज कर रहे हैं।
जेजू एयर के CEO ने हादसे पर माफी मांगी जेजू एयर के CEO किम ई-बे ने हादसे पर दुख जताते हुए लोगों से माफी मांगी है। किम ने कहा, “हादसे के पीछे का कारण जो भी है, मैं बतौर CEO पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।”
कंपनी ने बताया कि वह राहत और बचाव के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक विमान पिछले 15 साल से ऑपरेशनल था। ये विमान पहले कभी दुर्घटनाग्रस्त भी नहीं हुआ है। फिलहाल पक्षियों के टकराने के चलते लैंडिंग गियर के फेल होने की आशंका जताई जा रही है।
जेजू एयरलाइन के CEO और कर्मचारियों ने हादसे पर लोगों से माफी मांगी।
एयरपोर्ट पर हादसे की खबर देखते हुए लोग, घटना के बाद एयरपोर्ट पर ऑपरेशन बंद कर दिया गया।
हादसे के बाद एयरपोर्ट पर ऑपरेशन बंद कर दिए गए। सभी लोकल और इंटरनेशनल फ्लाइट्स रद्द कर दी गईं।
कनाडा में प्लेन रनवे से फिसला, विंग में आग लगी कनाडा में शनिवार रात को (भारतीय समयानुसार रविवार सुबह 8 बजे) एक पैसेंजर प्लेन हैलिफैक्स एयरपोर्ट पर उतरते समय फिसल गया। लैंड करते वक्त प्लेन का एक हिस्सा रनवे की तरफ झुक गया। इससे प्लेन के विंग में आग लग गई थी। हालांकि किसी तरह के जान-माल की हानि नहीं हुई।
प्लेन में सवार पैसेंजर्स ने हादसे का वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया।
तस्वीर हैलिफैक्स एयरपोर्ट पर खड़े प्लेन की है।
4 दिन पहले कजाकिस्तान में क्रैश हुआ था प्लेन 25 दिसंबर को अजरबैजान से रूस जा रहा एक प्लेन कजाकिस्तान के अक्ताउ एयरपोर्ट के पास क्रैश हो गया था। प्लेन में 5 क्रू मेंबर समेत 67 लोग सवार थे। इनमें से 38 लोगों की मौत हो गई थी। प्लेन अजरबैजान की राजधानी बाकू से ग्रोज्नी पहुंचना था।
(Bureau Chief, Korba)