Thursday, March 28, 2024
Homeछत्तीसगढ़कोरबाकोरबा: छात्रों ने किया स्कूल का बहिष्कार.. शिक्षिका को हटाने आंदोलन जारी;...

कोरबा: छात्रों ने किया स्कूल का बहिष्कार.. शिक्षिका को हटाने आंदोलन जारी; पालकों ने कहा- ‘जब तक ट्रांसफर नहीं किया जाता, बच्चों को नहीं भेजेंगे पढ़ने’

कोरबा (BCC NEWS 24): कोरबा विकासखंड के ग्राम मुढुनारा में संचालित प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका को हटाने की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने शाला का बहिष्कार कर दिया है। छात्रों और उनके अभिभावकों का आंदोलन पिछले 4 दिनों से जारी है। स्कूल में स्टाफ तो पहुंच रहे हैं, लेकिन बच्चे नहीं आ रहे। इसके बावजूद गतिरोध को दूर करने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।

ग्राम पंचायत मुढुनारा के शासकीय प्राथमिक विद्यालय के छात्रों और उनके पालकों की मांग है कि पहले शिक्षिका पुष्पा कंवर को हटाया जाए, तभी वे अपने बच्चों को स्कूल भेजना शुरू करेंगे। उन्होंने शिक्षिका पर स्कूल में देरी से आने, मिड डे मील में गड़बड़ी करने, मनमानी पूर्वक काम करने सहित कई आरोप लगाए हैं। गांववालों ने कहा कि शिक्षिका का व्यवहार भी बच्चों और उनके परिजनों के साथ अच्छा नहीं है। ग्रामीणों ने कहा है कि जब तक शिक्षिका का स्थानांतरण नहीं हो जाता, तब तक स्कूल का बहिष्कार जारी रहेगा।

स्कूल में खाली बेंच।

स्कूल में खाली बेंच।

वहीं जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज ने कहा कि मामले की जांच के लिए टीम भेजी गई थी, लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हो पाया। इस मामले को लेकर डीईओ गंभीर नहीं है, जिसके कारण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में टीम भी बनाई गई है, जो स्कूल में जांच के लिए गई हुई थी, लेकिन जांच रिपोर्ट अब तक प्रस्तुत नहीं की गई है। अब स्कूल के बंद हो जाने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, लेकिन उनका कहना है कि उनकी समस्या का समाधान हुए बगैर अब वे पढ़ने के लिए नहीं आएंगे।

स्कूल में स्टाफ, लेकिन बच्चे नहीं आ रहे पढ़ने के लिए।

स्कूल में स्टाफ, लेकिन बच्चे नहीं आ रहे पढ़ने के लिए।

स्कूल बहिष्कार की पहले भी खबरें आती रही हैं सामने

करीब 5 महीने पहले राजनांदगांव जिले के मानपुर से भी शाला बहिष्कार की खबर सामने आई थी। शासकीय प्राथमिक शाला हनईकलकला, ग्राम पंचायत कोहका शाला भवन के खस्ताहाल होने का विरोध ग्रामीणों ने किया था। पालकों ने कहा था कि भवन में पढ़ाई संचालित करना बच्चों के लिए जोखिम भरा है। नाराज पालकों और ग्रामीणों ने स्कूल का बहिष्कार कर दिया था। पालकों ने कहा था कि जब तक स्कूल भवन की मरम्मत नहीं की जाती, तब तक हम अपने बच्चों को पढ़ने के लिए नहीं भेजेंगे।

महीनेभर पहले महासमुंद जिले से भी आई थी शाला बहिष्कार की खबर

एक महीने पहले अव्यवस्थाओं से जूझ रहे महासमुंद के बागबहरा ब्लॉक के हायर सेकेंडरी स्कूल देवरी में भी तालाबंदी कर दी गई थी। जिला पंचायत सदस्य अलका चंद्राकर के नेतृत्व में पालकों ने तालाबंदी करते हुए जमकर नारेबाजी की थी। स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भी समर्थन में कक्षा का बहिष्कार कर दिया था। इस दौरान 2 घंटे तक प्राचार्य व शिक्षक अंदर ही बंद रहे थे। विकास खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा मौखिक आश्वासन को नहीं मानते हुए 4 सूत्री मांगों को पूरा करने लिखित सहमति ली गई थी। साथ ही एसडीएम बागबाहरा द्वारा फोन पर समस्त मांगों पर कलेक्टर को अवगत कराते हुए तत्काल कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया था, तब जाकर तालाबंदी खत्म हुई थी।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular