Friday, March 21, 2025
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सुनीता विलियम्स 9 महीने 14 दिन बाद पृथ्वी पर लौटी, महसूस की धरती की ग्रैविटी, स्पेस स्टेशन से आने में 17 घंटे लगे, फ्लोरिडा के समुद्र तट पर हुई लैंडिंग

फ्लोरिडा: भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने 14 दिन बाद पृथ्वी पर लौट आए हैं। इनके साथ क्रू-9 के दो और एस्ट्रोनॉट अमेरिका के निक हेग और रूस के अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी हैं। उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट भारतीय समयानुसार 19 मार्च को सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर लैंड हुआ।

ये चारों एस्ट्रोनॉट मंगलवार (18 मार्च) को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से रवाना हुए थे। स्पेसक्राफ्ट के धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने पर इसका तापमान 1650 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया था। इस दौरान करीब 7 मिनट के लिए कम्युनिकेशन ब्लैकआउट रहा, यानी यान से संपर्क नहीं रहा।

स्पेस स्टेशन से पृथ्वी पर लौटने में 17 घंटे लगे

ड्रैगन कैप्सूल के अलग होने से लेकर समुद्र में लैंडिंग तक करीब 17 घंटे लगे। 18 मार्च को सुबह 08:35 बजे स्पेसक्राफ्ट का हैच हुआ, यानी दरवाजा बंद हुआ। 10:35 बजे स्पेसक्राफ्ट ISS से अलग हुआ।

19 मार्च को रात 2:41 बजे डीऑर्बिट बर्न शुरू हुआ। यानी, कक्षा से उल्टी दिशा में स्पेसक्राफ्ट का इंजन फायर किया गया। इससे स्पेसक्राफ्ट की पृथ्वी के वातावरण में एंट्री हुई और सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में लैंडिंग।

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से लौटने के सफर की 5 तस्वीरें देखिए…

स्प्लैशडाउन के बाद रिकवरी वेसल में चारों एस्ट्रोनॉट्स का स्पेसक्राफ्ट।

स्प्लैशडाउन के बाद रिकवरी वेसल में चारों एस्ट्रोनॉट्स का स्पेसक्राफ्ट।

ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के स्प्लैशडाउन के बाद रिकवरी बोट चारों एस्ट्रोनॉट्स को लेने पहुंची।

ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के स्प्लैशडाउन के बाद रिकवरी बोट चारों एस्ट्रोनॉट्स को लेने पहुंची।

19 मार्च को रात 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट स्पैलशडाउन हुआ।

19 मार्च को रात 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट स्पैलशडाउन हुआ।

एस्ट्रॉनॉट्स की स्पेसक्राफ्ट के अंदर री-एंट्री की तैयारी की तस्वीर। उन्होंने अपने सीट बेल्ट बांध लिए थे।

एस्ट्रॉनॉट्स की स्पेसक्राफ्ट के अंदर री-एंट्री की तैयारी की तस्वीर। उन्होंने अपने सीट बेल्ट बांध लिए थे।

ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में हार्मनी मॉड्यूल के एक पोर्ट से अलग होते हुए।

ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में हार्मनी मॉड्यूल के एक पोर्ट से अलग होते हुए।

8 दिन के मिशन पर गए थे, लेकिन 9 महीने से ज्यादा समय लग गया

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर बोइंग और NASA के 8 दिन के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे। इस मिशन का उद्देश्य बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट की एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन तक ले जाकर वापस लाने की क्षमता को टेस्ट करना था।

एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन पर 8 दिन में रिसर्च और कई एक्सपेरिमेंट भी करने थे। लेकिन थ्रस्टर में आई गड़बड़ी के बाद उनका 8 दिन का मिशन 9 महीने से ज्यादा समय का हो गया था।


Muritram Kashyap
Muritram Kashyap
(Bureau Chief, Korba)
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