सूरजपुर: आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के 5 वर्ष तथा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के 2 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभा कक्ष में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अध्यक्षता में आयुष्मान भारत दिवस का आयोजन किया गया। आयुष्मान भारत दिवस के अवसर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सिविल सर्जन, एवं नोडल अधिकारियों द्वारा योजना से संबंधित उपयोगिता व लाभ के बारे में विस्तार से बताया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि आयुष्मान भारत के तहत दूसरा घटक प्रधानमंत्री जन आरोग्य है, जिससे पीएम-जय के नाम से जानते है। यह योजना 23 सितंबर 2018 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरंेद्र मोदी के द्वारा राची, झारखंड में शुरू की गई।
आयुष्मान दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य आस्वाषन योजना हैै। जिसका उद्देश्य प्रति परिवार के प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ़्त इलाज गरीब और वंचित परिवारों को मुहैया कराना जाना हैं। पीएम-जय पूरी तरह से सरकार द्वारा वित्त-पोषित दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा आस्वाषन योजना है। यह योजना भारत में सार्वजनिक व निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में माध्यमिक और तृतीय स्वास्थ्य उपचार के लिए प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक की धन राशि लाभार्थियों को मुहया कराती है।
पीएम-जय सेवा संस्थान अर्थात अस्पतालों में लाभार्थी को स्वास्थ्य सेवाएँ निःशुल्क प्रदान करती है। इस योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने से 3 दिन पहले और 15 दिन बाद तक का नैदानिक उपचार स्वास्थ्य इलाज व दवाइयां मुफ्त उपलब्ध होती हैं। इस योजना के तहत परिवार के आकार, आयु या लिंग पर कोई सीमा नहीं है। इस योजना के तहत पहले से मौजूद विभिन्न चिकित्सा परिस्थितियों और गंभीर बीमारियों को पहले दिन से ही शामिल किया जाता है। पीएम-जय एक पोर्टेबल योजना है यानी की लाभार्थी इसका लाभ पूरे देश में किसी भी सार्वजनिक या निजी सूचीबद्ध अस्पताल में उठा सकते हैं।
इस योजना में लगभग 1395 प्रक्रियाएं और पैकिज शामिल हैं जैसे की दवाइयाँ आपूर्ति नैदानिक सेवाएं चिकित्सकों की फीस, कमरे का शुल्क, ओ.टी और आई.सी.यू शुल्क इत्यादि जो मुफ़्त उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निजी अस्पतालों की प्रतिपूर्ति सार्वजनिक अस्पतालों के बराबर की जाती है। कार्यशाला में आभा आईडी, आयुष्मान कार्ड, एनसीडी, कार्यक्रम एवं आयुष्मान भवः अभियान के अंतर्गत ऑर्गन डोनेशन किये जाने हेतु सभी व्यक्तियों को शपथ दिलाया गया। कार्यशाला में उपस्थित कर्मचारियों व नागरिकों को ऑनलाइन ऑर्गन डोनेशन हेतु पंजीयन कराया गया।
जिसमें जिले के विभिन्न विकास खंडों से आए कर्मचारी एवं आम नागरिक के साथ जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन, नोडल अधिकारी आयुष्मान भारत, नोडल अधिकारी HWC जिला कार्यक्रम समन्वयक आयुष्मान भारत, जिला समन्वयक HWC मलेरिया अधिकारी एवं जिले के नागरिक उपस्थित रहे।