सूरजपुर: कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देश पर जिला कार्यक्रम श्री चन्द्रबेश सिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन में जिले में बाल विवाह पर सतत् निगरानी की जा रही है। प्रतिदिन महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी परियोजना अधिकारी बाल विवाह हेतु सक्रिय रुप से होने वाले विवाह पर अपनी नजर बनाये हुए हैं। ग्रामीण भी बाल विवाह रोकवाने हेतु सक्रिय है। जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग, चाईल्ड लाईन, पुलिस विभाग का संयुक्त टीम बाल विवाह की सूचना पर तत्काल मौंके पर पहुंच कर बाल विवाह रोकवा रही है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल द्वारा बताया गया कि वर्तमान में दो बाल विवाह रोकवाया गया है। जिसमें से 01 बाल विवाह उनके परिजनों द्वारा किया जा रहा था। जिसकी जानकारी ग्रामीणों द्वारा जिला बाल संरक्षण अधिकारी को दी गई, जानकारी प्राप्त होते ही उसका उम्र सत्यापन कराया गया कम उम्र पाये जाने पर मौंके पर जाकर परिजनों को समझाईस दिया गया कि उम्र होने पर विवाह किया जाये। उसके पूर्व विवाह करने पर अधिनियम अन्तर्गत धाराओं में कार्यवाही की जायेगी सभी मान गये और मण्डप को उखाड़ दिया और विवाह नहीं करने का पंचनामा एवं कथन तैयार किया गया। दूसरा विवाह की जानकारी ग्राम कल्याणपुर विकास खण्ड प्रतापपुर से प्राप्त हुई की जानकारी के अनुसार बालिका का अंक सूची देखने पर पता चला कि बालिका मात्र 17 वर्ष की है और उसके घर वाले उसका विवाह कर रहे हैं। मण्डप के दिन जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल के नेतृत्व में विवाह को समझाईस देकर रोका गया। परिजन उम्र हो जाने पर विवाह करने को राजी हो गये। बाल विवाह रोकने वाले में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, चाईल्ड लाईन के समन्वयक कार्तिक मजूमदार, टीम मेम्बर रमेश साहू एवं शीतल सिंह व पुलिस थाना रामानुजनगर के स्टाप एवं सेक्टर सुपरवाईजर उपस्थित थे।