- आवारा एवं घुमंतू पशुओं के प्रबंधन के लिये होगा नवाचार
- समय सीमा बैठक संपादित
सूरजपुर: जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रत्येक गांव में पहुंचने वाले नल कनेक्शन के लिए गांव में ही उपलब्ध होंगे स्किल्ड प्लंबर। आज समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रत्येक घर में लगने वाले नल कनेक्शन के लिए जिले के विकासखंड में संचालित 12 रीपा केंद्रों के माध्यम से स्किल्ड टेक्नीशियन के रूप में प्लंबरों के प्रशिक्षण की बात कही। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के 547 गांवों में लगने वाले नल कनेक्शन के लिए प्रत्येक गांव में एक ’’नल जल मित्र’’ का चयन किया जाए और उसे रीपा के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाए ताकि ग्रामीण जनों को गांव में ही नल कनेक्शन और रिपेयरिंग जैसी मूलभूत आवश्यकता के लिए एक विकल्प उपलब्ध मिले और गांव के व्यक्ति को रोजगार भी प्राप्त हो। सभी रीपा केंद्रों में यह प्रशिक्षण रोस्टर निर्मित कर क्रमवार दिया जाएगा।
बैठक में आवारा एवं घुमंतू पशुओं के प्रबंधन को लेकर भी गहन चर्चा हुई। कलेक्टर ने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को उचित प्रबंधन हेतु नवाचार को समाहित करने के दिये निर्देश दिये। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को इसके लिए स्थायी विकल्प निर्मित करने की सलाह दी। उन्होंने पशुधन को रोकने के लिए ऐसे स्थान का चयन करने की बात कही जो कि शुष्क हो। इसके साथ ही उन्होंने चारे के प्रबंधन के लिए भी संबंधी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। इसके साथ ही पशुधन संजीवनी हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 1962 के माध्यम से आवारा एवं घुमंतू पशुओं को उपचार उपलब्ध कराने की बात भी कही। इसके साथ ही इसके माध्यम से डाटा संग्रहण कर आवारा पशुओं के मैपिंग करने के लिए भी उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में मुख्यमंत्री घोषणा, हाई कोर्ट द्वारा पारित आदेश के पालन, प्रधानमंत्री आवास, आयुष्मान कार्ड, स्वच्छता पखवाड़ा इत्यादि बिंदु पर भी चर्चा की है। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर, जिला पंचायत सीईओ सुश्री लीना कोसम, संयुक्त कलेक्टर श्री नरेंद्र पैकरा, संयुक्त कलेक्टर सुश्री प्रियंका वर्मा व अन्य अधिकारी गण उपस्थित थे।