- ट्यूबवेल खनन कार्य में पूर्ण पारदर्शिता
रायपुर: सरगुजा जिले के 5 टसर केन्द्रों में ट्यूबवेल खनन में गड़बड़ी की शिकायत आधारहीन एवं तथ्य से परे पाई गई है। रेशम विभाग के अपर संचालक ने उक्त मामले के जांच प्रतिवेदन में यह स्पष्ट किया है कि उप संचालक रेशम अम्बिकापुर जिला सरगुजा को पांच टसर केन्द्रों में ट्यूबवेल खनन एवं मोटर स्थापना हेतु 12 लाख 63 हजार 490 रूपए की स्वीकृति दी गई थी। इस कार्य के क्रियान्वयन के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग रायपुर को एजेंसी नियुक्त कर प्रशासकीय स्वीकृति की समस्त राशि यानि 12 लाख 63 हजार 490 रूपए का भुगतान भी कर दिया गया था।
अपर संचालक रेशम ने अपने प्रतिवेदन में इस बात का भी उल्लेख किया है कि पीएचई द्वारा पांच केन्द्रों पर ट्यूबवेल खनन कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा 2 केन्द्रों पर मोटर स्थापना भी किया जा चुका है, शेष तीन केन्द्रों पर पानी की उपलब्धता बहुत कम होने के कारण मोटर स्थापना नहीं की जा सकी और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग रायपुर द्वारा तीन मोटर पंप की कुल राशि 3 लाख 60 हजार रूपए भारतीय स्टेट बैंक के विभागीय खाते में जमा की जा चुकी है। ट्यूबवेल खनन एवं पंप स्थापना का कार्य पूर्ण पारदर्शिता के साथ किया गया है। निर्माण एजेंसी को कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र एवं राशि की उपयोगिता प्रमाण पत्र देने हेतु उप संचालक रेशम अम्बिकापुर द्वारा पत्र प्रेषित किया गया है। ट्यूबवेल खनन कार्य जल की आवश्यकता के आधार पर टसर केन्द्रों में किया गया है।