छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा जिले के एक अस्पताल में मरीजों के सिर पर खतरा मंडरा रहा है। अस्पताल की स्लैब टूट रही, टुकड़े नीचे गिर रहे हैं। पूरे भवन में करंट फैला हुआ है। ऐसे में यहां भर्ती मरीजों को हर पर जान का खतरा बना हुआ है। हालांकि, जिम्मेदार मरम्मत करवाने किसी तरह की कोई कवायद नहीं कर रहे हैं। मजबूरन मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है।
मामला जिले के कटेकल्याण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। 50 सीटर इस अस्पताल में वर्तमान में करीब 30 से 40 मरीज भर्ती हैं। बताया जा रहा है कि, यहां के लेबर वार्ड, पुरुष वार्ड समेत एक्स-रे रूम और BMO चैंबर में स्लैब के टुकड़े नीचे गिर रहे हैं। रविवार को भी यहां एक स्लैब का टुकड़ा पुरुष वार्ड में टूट कर नीचे गिर गया, इस हादसे में मरीज बाल बाल बचे हैं। 1 दिन पहले लेबर वार्ड में महिलाओं के पास टुकड़े गिरे थे। हालांकि, महिलाओं को भी कोई खरोच नहीं आई।
जर्जर भवन।
अस्पताल में फैला है करंट
अस्पताल में पदस्थ एक कर्मचारी ने बताया कि, पूरे अस्पताल परिसर में करंट फैला हुआ है। बिजली के बोर्ड को हाथ लगाओ तो करंट के झटके मार रहे हैं। अस्पताल की हालत बद से बदतर हो चुकी है। जिम्मेदारों को कई दफा मरम्मत करवाने के लिए कहा गया है लेकिन, करवा नहीं रहे हैं। अब अस्पताल में जो मरीज आ रहे हैं सुरक्षा का ध्यान रखकर उनका प्राथमिक उपचार कर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर रहे हैं। हालांकि, जो मरीज भर्ती हैं वह भी खतरे के साए में हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदतर हालत है।
वार्ड में भर जाता है बारिश का पानी
अस्पताल के वार्ड में बारिश का पानी भर जाता है। निकासी के लिए भी कोई जगह नहीं है। नक्सल प्रभावित इलाके के 20 से ज्यादा गांव के ग्रामीण इसी अस्पताल पर निर्भर हैं। दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से अस्पताल की दूरी अधिक होने की वजह से यहां मरीजों की संख्या ज्यादा रहती है। लेकिन, अस्पताल की स्थिति बद से बदतर है। यदि व्यवस्था को नहीं सुधारा गया तो, किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है।