दंतेवाड़ा: मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक का एक अच्छा फायदा गर्भवती महिला को उस वक्त मिला जब वह बाजार में ही प्रसव पीड़ा से तड़पने लगी थी। मौके पर मौजूद टीम ने महिला का तुरंत प्रसव करवाया और फिर एंबुलेंस से बारसूर के अस्पताल में शिफ्ट किया। जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं।अफसरों का कहना है कि, जिले में इस तरह का ऐसा मामला पहली बार सामने आया है।
दरअसल, जिले में इस तरह का यह पहला मामला है। बारसूर के हाट बाजार में अब तक 135 बार हाट बाजार क्लीनिक लग चुका है। दरअसल, जब बारसूर का बाजार भरा तो नदी पार गांव नेऊरनार की रहने वाली महिला सोमारी अपने पति के साथ बाजार घूमने आई थी। यहां उसको तेज प्रसव पीड़ा शुरू हुई और बच्चे ने जन्म लेना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी तुरंत ही हाट बाजार में बैठी स्वास्थ्य टीम को ग्रामीणों ने दी। टीम के सदस्य डॉक्टर चेतन, सुधा सिंह और विजयलक्ष्मी बिंजोला तुरंत सोमारी के पास पहुंचे। टीम ने मिलकर महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। फिर एंबुलेंस से बारसूर अस्पताल ले जाकर भर्ती किया।
एम्बुलेंस से अस्पताल में शिफ्ट करवाया गया।
हाट बाजार में स्वास्थ्य टीम की मौजूदगी के चलते महिला का सुरक्षित प्रसव हो सका।डॉक्टर्स ने बताया कि, सोमारी और उसका बच्चा पूरी तरीके से स्वस्थ है। दंतेवाड़ा के CMHO डॉ आरएल गंगेश ने बताया कि, जिले के ग्रामीण अंचल में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना ग्रामीणों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। सोमारी जैसे और कई ग्रामीणों को हाट बाजार में अपने दैनिक दिनचर्या के साथ-साथ बीमारी के संबंध में भी उचित परामर्श एवं उपचार मिल जाता है। जिले के 20 हॉट बाजारों में योजना का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है और योजना का भरपूर लाभ जन सामान्य को पहुंचाया जा रहा है।
परिजन बोले- बाजार में ही डॉक्टर मिल गए
महिला के परिजनों ने कहा कि, हाट बाजार क्लीनिक योजना वाकई बहुत ही अच्छी है। इमरजेंसी में तुरंत बाजार में ही डॉक्टर मिल गए और सुरक्षित प्रसव करवा दिया। अगर ऐसा नहीं होता तो बहुत दिक्कत होती। दरअसल बारसूर के बाजार में नदी पार के दर्जनों गांवों के लोग हाट- बाजार करने आते हैं। यहां उन्हें स्वास्थ्य सुविधा का भी लाभ मिलता है।