छत्तीसगढ़: सरगुजा जिले में एक बाप ने अपनी ही 3 साल की बच्ची की हत्या कर दी। सोते वक्त वह रोने लगी थी। इसी बात से शराबी मां-बाप नाराज हो गए। इसके बाद आरोपी पिता ने बेटी को पीट-पीटकर मार दिया। बाद में उसके शव को नदी में फेंक दिया था। इस काम में आरोपी की पत्नी ने भी उसका साथ दिया। दोनों ने बच्ची के लापता होने की शिकायत भी थाने में दर्ज कराई थी। जिसके बाद ही इस पूरे मामले का खुलासा हो पाया है। मामला मैनपाट थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, केसरा पथरी गांव में प्रमोद मांझी(23) अपनी पत्नी सुमित्रा मांझी(21) के साथ रहता था। प्रमोद घर का खर्चा चलाने के लिए खेती-किसानी का काम करता था। दोनों पति-पत्नी शराब पीने के भी आदी हैं। दोनों हर रोज घर में साथ में ही बैठकर शराब पिया करते थे। दोनों की एक 3 साल की बेटी भी थी।
पुलिस को ऐसे हुआ शक
दोनों ने 16 अगस्त को इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी 3 साल के बेटी लापता है। उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू की थी। मामले में जांच करते हुए पुलिस ने दोनों से पूछताछ की थी। इसके अलावा उनके परिजनों से भी बातचीत की गई थी। मगर पूछताछ में परिजनों ने कुछ और बयान दिया था। वहीं प्रमोद और उसकी पत्नी बार-बार अपना बयान बदल रहे थे। इसी पर पुलिस को दोनों पर शक हो गया।
बताया जा रहा है कि पुलिस को दोनों पर जब शक हुआ तो दोनों से कड़ाई से पूछताछ की गई। जिसके बाद दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। दोनों ने बताया कि 15-16 अगस्त की दरमियानी रात को हम दोनों सो रहे थे। उसी वक्त बच्ची जोर-जोर से रोने लगी। पहले तो हमने उसे चुप कराया। मगर वह शांत ही नहीं हो रही थी। उस वक्त भी हमने शराब पी रखी थी।
इतना पीटा की मौके पर चले गई जान
इसके बाद जब बच्ची चुप नहीं हुई तो प्रमोद ने बच्ची को पीटना शुरू कर दिया। उसे इतना पीटा की उसकी मौत हो गई। बच्ची की हत्या के बाद उसके शव को दोनों ने घुनघुट्टा नदी में फेंक दिया था। दोनों के जुर्म कबूल करने के बाद बच्ची के शव को केसरा में नदी किनारे से बरामद किया गया है और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।