Tuesday, May 7, 2024
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छत्तीसगढ़: गज का आतंक.. हाथी ने तीन घर तोड़े, 14 किसानों की फसल रौंदकर बर्बाद की, जान बचाने घर से निकले पिता व बच्ची को सूंड से लपेटकर पटका

छत्तीसगढ़: खड़गवां वन परिक्षेत्र के सकड़ा देवाडांड में एक हाथी उत्पात मचा रहा है। रविवार रात हाथी ने एक ग्रामीण और उसकी बच्ची को सूंड में लपेटकर पटक दिया, जिससे ग्रामीण और बच्ची को चोट आई है। घायल ग्रामीण को इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया। इससे इलाके में दहशत का माहौल है।

हाथी ने 3 कच्चे घरों को तोड़ दिया है। वहीं 14 किसानों की फसल को बर्बाद कर दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि उधनापुर का इंद्रपाल आठ वर्षीय बेटी के साथ मेहमानी में सुखनंदन पनिका के घर आया हुआ था। रविवार रात करीब 12 बजे एक हाथी घर को तोड़ने लगा। हाथी से डरकर इंद्रपाल बेटी समेत खुद की जान बचाने के लिए भगा, जिसे हाथी ने दौड़ाकर सूंड में लपेट लिया और पटक दिया। इससे ग्रामीण और उसकी बेटी घायल हो गई है। कोरिया वन मण्डल बैकुंठपुर के अनुसार हाथी वन परिक्षेत्र खड़गवां के सकड़ा देवाडांड जंगल में है, जो कि सलका, पंडोपारा, महादेवपाली, पैनारी, डोमनीडांड, गड़हिया पारा, कोचका होते हुए सलका पहुंचा है।

खड़गवां के ग्राम पैनारी की घटना, घायल जिला अस्पताल रेफर
सोमवार दोपहर तक हाथी सलका के जंगल में विचरण करते देखा गया है। मेंड्रा, पैनारी, फुनगा, बेलबहरा कोड़ा, नेवरी सहित अन्य आसपास की ओर जाने की संभावना है।

लगातार हाथी पहुंचा रहे जान-माल को नुकसान
हाथी लगातार जान-माल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। महीनेभर पहले खड़गवां में आए हाथियों के दल ने 25 घर समेत सैकड़ों किसानों की फसल को रौंदकर बर्बाद कर दी। वन विभाग का दावा है कि कर्मचारी अलर्ट मोड पर है। विभाग लोगों को सतर्क रहने के लिए भी कह रहा है, लेकिन फिर भी नुकसान को कम नहीं कर पा रहे हैं।

रात में बिजली गुल रहती है, हाथी दिखाई नहीं देते
विधायक से ग्रामीणों ने कहा कि रात में गांव में बिजली गुल रहती है। इससे हाथी गांव में कब पहुंच जाते हैं, दिखाई नहीं देता। कोहरा के कारण यह समस्या और बढ़ गई है। शिकायत करने के बाद भी बिजली व्यवस्था नहीं सुधर रही है। आए दिन हाथियों के आतंक से ग्रामीण परेशान हैं।

एक बार फिर से हाथियों की धमक से दहशत
सरपंच प्रभा सिंह कमरो ने कहा कि इलाके में दोबारा हाथी की धमक से ग्रामीण डरे हुए हैं। हाथी ने कई किसानों की फसल बर्बाद कर दिया है। वहीं कुछ घरों को नुकसान पहुंचाया है। वन विभाग की टीम ने हाथी को यहां से खदेड़ दिया है, लेकिन ग्रामीणों को डर है कि हाथी वापस न लौटे आए। इससे पहले दल में आए हाथियों ने नुकसान पहुंचाया था।

ग्रामीणों को समझाइश दी जा रही है: रेंजर सिंह
रेंजर अर्जुन सिंह ने बताया कि दोनों घायल पिता बेटी को उपचार के लिए 15 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई है वन परिक्षेत्र खड़गवां के कर्मचारी हाथी की निगरानी कर रहे हैं। आसपास के गांवों में मुनादी कराई जा रही है। ग्रामीण को हाथी के नजदीक न जाने व जंगल नहीं समझाइश दी जा रही है।

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