बिलासपुर: छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में पुलिस की सतर्कता से एक महिला की जान बच गई। पत्नी ने पति से मामूली विवाद होने पर खुद को कमरे में बंद कर लिया था। काफी देर के बाद भी महिला कमरे से बाहर नहीं निकली तो पति ने डायल 112 पर संपर्क किया। सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को समझाइश देकर दरवाजा खुलवाया।
खमतराई निवासी देवलाल साहू रोजी-मजदूरी करता है। पढ़ी-लिखी पत्नी को भी पति देवलाल साहू मजदूरी करने के लिए दबाव डाल रहा था। इस बात को लेकर पति-पत्नी के बीच आए दिन झगड़ा होता रहता था। इस बीच पत्नी की नौकरी करने की बात को लेकर देवलाल का फिर से झगड़ा शुरू हो गया। इस दौरान उसकी पत्नी नाराज हो गई और कमरे का दरवाजा बंद कर फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात कहते हुए रोने लगी। पहले देवलाल ने उसकी बातों को नजरअंदाज कर दिया और घर से बाहर निकल गया। कुछ देर बाद वापस आया, तब दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज देने के बाद भी उसकी पत्नी ने दरवाजा नहीं खोला, तब वह परेशान हो गया।
फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाली थी महिला।
घबराए पति ने डायल 112 में दी सूचना
घबराए देवलाल ने तत्काल पुलिस के डायल 112 को कॉल किया। इस घटना की जानकारी मिलते ही आरक्षक राकेश काछी और ऋषभ शर्मा मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दरवाजा खोलने के लिए आवाज दिया, तब अंदर से महिला के रोने की आवाज आई। पुलिसकर्मियों ने महिला को काफी समझाइश दी, तब उसने दरवाजा खोला।
पति-पत्नी को ले गए महिला थाना
पुलिसकर्मियों ने महिला और उसके पति देवलाल को काउंसिलिंग कराने के लिए महिला थाना लेकर गए, जहां थाना प्रभारी कौशिल्या साहू ने पति-पत्नी को समझाइश दी और आपस में झगड़ा नहीं करने की बात कही। महिला के पति देवलाल को डांट-फटकार भी लगाई। फिर उन्हें वापस घर भेज दिया।
महिला बोली- पढ़ी लिखी हूं तो मजदूरी क्यों करुंगी
महिला ने डायल 112 की टीम को आपबीती बताई और कहा कि पति देवलाल साहू आए दिन गाली देकर मारपीट करता है। वह मजदूरी करने के लिए दबाव बनाता है। महिला ने कहा कि पढ़ी-लिखी हूं और कम्प्यूटर का कोर्स की हूं। ऐसे में मैं मजदूरी थोड़ी न करूंगी। मैं ऑफिस वर्क करना चाहती हूं।